बेंगलुरु: पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवगौड़ा के पोते और जेडीएस के निलंबित सांसद प्रज्वल रेवन्ना को बेंगलुरु हवाई अड्डे पर उतरने के तुरंत बाद अश्लील वीडियो मामले में पुलिस द्वारा उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया। जानकारी के अनुसार उन्हें जल्द ही मेडिकल जांच के लिए ले जाया जाएगा और उसके बाद अदालत में उनकी पेशी होगी।
समाचार एजेंसी एएनआई के अनुसार केम्पेगौड़ा अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर उतरने के बाद रेवन्ना को बेंगलुरु में सीआईडी कार्यालय ले जाया गया। गिरफ्तारी के बाद उन्हें घर में काम करने वाली एक महिला की शिकायत के बाद यौन उत्पीड़न और आपराधिक धमकी के आरोपों में विशेष जांच दल (एसआईटी) द्वारा की जा रही जांच का सामना करना होगा।
बताया जा रहा है कि कर्नाटक के हासन लोकसभा क्षेत्र में वोटिंग के अगले दिन राजनयिक पासपोर्ट पर देश छोड़कर फरार होने वाले जेडीएस सांसद लगभग एक जर्मनी के बर्लिन शहर में रहने के बाद भारत लौटे और उन्हें उन्हें एयरपोर्ट पर ही तुरंत हिरासत में ले लिया गया।
कर्नाटक सरकार की विशेष जांच टीम (एसआईटी) ने बेंगलुरु हवाईअड्डे पर रेवन्ना को हिरासत में ले लिया। अधिकारियों के मुताबिक रेवन्ना को कथित अश्लील वीडियो मामले में आज बाद में अदालत में पेश किया जाएगा।
एसआईटी टीम ने उनके दो चेक-इन बैग जब्त कर लिए और उन्हें एक अलग कार में ले गए। रेवन्ना के आगमन से पहले बेंगलुरु में सीआईडी कार्यालय के बाहर सुरक्षा बढ़ा दी गई और कार्यालय के बाहर बैरिकेड्स लगा दिए गए।
रेवन्ना अपने घर में काम करने वाली एक महिला की शिकायत के बाद यौन उत्पीड़न और आपराधिक धमकी के आरोपों पर एसआईटी की जांच का सामना कर रहे हैं। राजनयिक पासपोर्ट पर देश छोड़ने के लगभग एक महीने बाद वह बर्लिन, जर्मनी से भारत लौटे और उन्हें तुरंत हिरासत में ले लिया गया।
प्रज्वल रेवन्ना ने 27 मई को जारी एक वीडियो में कहा था कि वह पूछताछ के लिए 31 मई को एसआईटी के सामने पेश होंगे। रेवन्ना ने कहा कि उनकी जर्मनी यात्रा पूर्व नियोजित थी क्योंकि 26 अप्रैल को आम चुनाव के लिए कर्नाटक में मतदान होने पर उनके खिलाफ कोई मामला नहीं था। उन्होंने अपने खिलाफ राजनीतिक साजिश का भी आरोप लगाया क्योंकि वह राजनीति में तेजी से बढ़ रहे थे।
रेवन्ना द्वारा 29 मई को दायर अग्रिम जमानत याचिका अभी भी अदालत में लंबित है। रेवन्ना की अग्रिम जमानत याचिका एसआईटी द्वारा मामले के संबंध में दो प्रमुख आरोपियों को गिरफ्तार करने के कुछ घंटों बाद दायर की गई थी। पुलिस ने बुधवार को बताया कि गिरफ्तार लोगों की पहचान नवीन गौड़ा और चेतन के रूप में हुई है।
पुलिस सूत्रों के अनुसार, आरोपियों को तब गिरफ्तार किया गया जब वे अग्रिम जमानत के लिए हाईकोर्ट में उपस्थित हुए। गिरफ्तार चेतन गौड़ा और नवीन गौड़ा ने कथित तौर पर प्रज्वल रेवन्ना द्वारा महिलाओं का यौन उत्पीड़न करने वाले वीडियो वाली पेन ड्राइव वितरित कीं।
इस बीच, विदेश मंत्रालय (एमईए) के प्रवक्ता रणधीर जयसवाल ने गुरुवार को कहा कि रेवन्ना के खिलाफ 23 मई को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया था और उनके राजनयिक पासपोर्ट को रद्द करने की कार्रवाई शुरू की गई थी।
उन्होंने कहा, "विदेश मंत्रालय ने प्रज्वल रेवन्ना के राजनयिक पासपोर्ट को रद्द करने के लिए पासपोर्ट अधिनियम 1967 के प्रावधानों के तहत कार्रवाई शुरू कर दी है। 23 मई को पासपोर्ट धारक को एक कारण बताओ नोटिस जारी किया गया था, जिसमें उसे हमारे नोटिस का जवाब देने के लिए 10 कार्य दिवस दिए गए थे। हम इंतजार कर रहे हैं उनकी प्रतिक्रिया के लिए और तदनुसार, हम उनसे सुनने के बाद या 10 दिन की अवधि समाप्त होने के बाद चीजों को आगे बढ़ाएंगे।"