अपने बयानों के लिए अक्सर विवादों में रहने वालीं मालेगांव ब्लास्ट की आरोपी प्रज्ञा सिंह ठाकुर ने नाथूराम गोडसे को 'देशभक्त' बताया है। प्रज्ञा सिंह का यह बयान हाल में कमल हासन के उस बयान के बाद आया है जिसमें उन्होंने गोडसे को भारत का पहला आतंकवादी कहा था।
प्रज्ञा सिंह ने कहा, 'नाथूराम गोडसे देशभक्त थे और हमेशा रहेंगे। वैसे लोग जो उन्हें आतंकी कह रहे हैं उन्हें खुद के अंदर झांक कर देखना चाहिए। ऐसे लोगों को चुनाव के बाद जवाब मिल जाएगा।'
इससे पहले कमल हासन ने कहा था कि आजाद भारत का पहला आतंकी एक हिंदू था और उसका नाम नाथूराम गोडसे था। प्रज्ञा सिंह ठाकुर भोपाल से बीजेपी की उम्मीदवार हैं और उनका सामना इस सीट पर कांग्रेस के दिग्विजय सिंह से है। इस सीट पर वोटिंग 12 मई को समाप्त हो चुकी है।
प्रज्ञा ठाकुर कुछ दिन पहले उस समय भी विवादों में आई थीं जब उन्होंने मुंबई आतंकी हमले के दौरान शहीद हुए हेमंत करकरे को 'श्राप' देने की बात कही थी। प्रज्ञा ने कहा था उन्होंने ही हेमंत करकरे को श्राप दिया जिसके कुछ दिन बाद उनकी मौत आतंकी हमले में हो गई।
साध्वी ने एक कार्यक्रम में मालेगांव ब्लास्ट केस में हिरासत के दौरान हेमंत करकरे पर यातना देने का आरोप लगाते हुए कहा, 'इतनी यातनाएं दीं, इतनी गंदी गालियां दीं जो असहनीय थी मेरे लिए। मेरे लिए नहीं किसी के लिए भी। मैंने कहा तेरा सर्वनाश होगा। ठीक सवा महीने में सूतक लगता है। जब किसी के यहां मृत्यु होती है या जन्म होता है। जिस दिन मैं गई थी उस दिन इसके सूतक लग गया था। ठीक सवा महीने में जिस दिन इसको आतंकवादियों ने मारा उस दिन सूतक का अंत हो गया।'
इस बयान ने बीजेपी की भी मुश्किलें बढ़ा दी थी। हालांकि, प्रज्ञा ठाकुर ने विवाद बढ़ने के बाद माफी मांग ली थी और कहा कि कि यह बयान बीजेपी का नहीं बल्कि उनका निजी है। लोकसभा चुनाव के सातवें और आखिरी चरण का मतदान 19 मई को है। चुनाव के नतीजे 23 मई को आएंगे।