Bihar: लालू यादव के नीतीश कुमार को ऑफर दिए जाने को लेकर थमने का नाम नहीं ले रही है सियासत, लालू की बेटी मीसा भारती ने भी किया इशारा
By एस पी सिन्हा | Updated: January 5, 2025 17:08 IST2025-01-05T17:08:31+5:302025-01-05T17:08:42+5:30
मीडियाकर्मियों से बात करते हुए लालू यादव की बड़ी बेटी और पाटलिपुत्र से सांसद मीसा भारती ने कहा कि दोनों(लालू यादव और नीतीश कुमार) बड़े नेता हैं और इशारों-इशारों में बात करते हैं।

Bihar: लालू यादव के नीतीश कुमार को ऑफर दिए जाने को लेकर थमने का नाम नहीं ले रही है सियासत, लालू की बेटी मीसा भारती ने भी किया इशारा
पटना: राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव के द्वारा मुख्यमंत्री नीतीश को फिर से साथ आने का दिए गए ऑफर के बाद सियासत गर्मायी हुई है। हालांकि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने यह कहकर उसपर पर्दा डाल दिया है कि दो बार गलती से वह इधर से उधर चले गए थे। लेकिन अब नही। वह एनडीए के साथ ही रहेंगे और बिहार तथा देश का विकास करेंगे। बावजूद इसके सियासी हलचल थमने का नाम नहीं ले रही है। इस बीच मीडियाकर्मियों से बात करते हुए लालू यादव की बड़ी बेटी और पाटलिपुत्र से सांसद मीसा भारती ने कहा कि दोनों(लालू यादव और नीतीश कुमार) बड़े नेता हैं और इशारों-इशारों में बात करते हैं।
उन्होंने कहा कि भाजपा वाले चुनाव में मुख्यमंत्री के नाम का इस्तेमाल करके वोट लेना चाहते हैं। लेकिन उन्हें मुख्यमंत्री नहीं बनाना चाहते हैं, क्योंकि उन्हें पता है कि भाजपा वालों को वोट नहीं मिलने वाला है। मीसा भारती ने कहा वक्त आने पर सबको पता चल जाएगा कि बिहार में क्या होगा?
वहीं, उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी के बयान पर कि 'लालू यादव अपने बेटे तेजस्वी यादव को स्थापित करना चाहते हैं', पर मीसा भारती ने कहा कि तेजस्वी को नीतीश कुमार ने दो बार स्थापित कर दिया है। लेकिन, सम्राट चौधरी को तो उनके पिता नहीं बल्कि लालू यादव ने स्थापित किया है। उन्होंने कहा कि सम्राट चौधरी को शीर्ष नेतृत्व से पूछना चाहिए।
इस बीच, भाजपा के वरिष्ठ नेता एवं प्रवक्ता शाहनवाज हुसैन ने लालू यादव के बयान पर कहा कि नीतीश कुमार अब कहीं जाने वाले नहीं हैं। वह एनडीए के साथ हैं। हम सब एकजुट हैं और नीतीश कुमार के नेतृत्व में हम लोग चुनाव लड़ेंगे और जीतेंगे, इसमें कोई शक नहीं है। उन्होंने एक प्रश्न के उत्तर में कहा कि लालू यादव पहले अपनी गलती के लिए माफी मांगें। नीतीश कुमार के बारे में ऐसा बोलने से कोई फायदा नहीं होने वाला है।
इधर, लालू यादव ने 18 जनवरी को पटना में पार्टी के राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक बुलाई है। इस संबंध में पार्टी के महासचिव अब्दुल बारी सिद्दीकी ने एक पत्र भी जारी किया है। जिसमें बताया गया है कि पार्टी अध्यक्ष के आदेश पर यह बैठक बुलाई गई है और पार्टी के सभी बड़े नेताओं को इसमें शामिल होना आवश्यक है। बैठक उस वक्त बुलाई गई है, जब लालू यादव ने बीते दिनों ही मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को एनडीए छोड़कर महागठबंधन में शामिल होने का ऑफर दिया है। ऐसे में इस बैठक के सियासी मायने निकाले जाने लगे है।