पटना: बिहार में राजद के वरिष्ठ नेता व पूर्व मंत्री अब्दुल बारी सिद्दकी के द्वारा देश को रहने योग्य नही बताये जाने वाले बयान के बाद सियासत तेज हो गई है। एक ओर जहां महागठबंधन के नेता सिद्दकी के बयान के जरिए केन्द्र की मोदी सरकार पर निशाना साधे रहें हैं तो वहीं दूसरी ओर भाजपा नेता सिद्दकी को देश विरोधी बताते हुए पाकिस्तान जाने की सलाह दे रहे हैं।
साथ ही राजद पर धर्म की राजनीति करने के आरोप लगाने लगे हैं। बिहार प्रदेश भाजपा प्रवक्ता निखिल आनंद ने कहा है कि भड़काऊ बयान देकर सिद्दीकी किसे खुश करना चाहते हैं? बेहतर होगा कि वह पाकिस्तान चले जाएं।
उन्होंने कहा कि राजद नेता सिद्दीकी के बयान निंदनीय है। ये लोग मदरसा संस्कृति से अभी भी बाहर नहीं निकल पाए हैं। ऐसे ही लोग सेक्युलरिज्म व लिबरलिज्म के मुखोटे में राष्ट्रविरोधी व धार्मिक एजेंडा चलाते हैं। सिद्दीकी का बयान आरजेडी की विचारधारा को परिलक्षित करता है।
उन्होंने कहा कि सिद्दीकी भारत में रह रहे हैं और भारत की थाली में खा रहे हैं लेकिन कट्टरपंथियों के इशारों पर गा रहे हैं और विक्टिम कार्ड खेलकर देशविरोधी ज्ञान दे रहे हैं। जबकि नीतीश सकार के मंत्री विजेन्द्र प्रसाद यादव ने कहा कि केन्द्र की मोदी सरकार की गलत नीतियों का विरोध करना भी लोगों को मुश्किल हो रहा है। एक विशेष धर्म से जुड़े लोगों को टारगेट किया जा रहा है। इसलिए सिद्धकी ने सरकार की नीति पर सवाल उठाए हैं, जबकि भाजपा इसे दूसरा रूप देने की कोशिश कर रही है।
उल्लेखनीय है कि एक कार्यक्रम में शिरकत करते हुए राजद नेता अब्दुल बारी सिद्दकी ने कहा था कि भारत में अब ऐसा दौर आ गया है कि हम अपने बच्चों को यह कहने के लिए मजबूर हैं कि वे विदेश में ही रह जाएं। वे अपने बच्चों को मातृभूमि छोड़ने के लिए कह रहे हैं।
अब्दुल बारी सिद्दीकी ने कहा कि मेरा एक बेटा हार्वर्ड में पढ़ता है, बेटी लंदन स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स से पास आउट है। जो देश का माहौल है। हमने कहा अपने बेटा बेटी को नौकरी कर लो वहीं, अगर सिटीजनशिप भी मिलता है तो ले लो। अब इंडिया में माहौल नहीं रह गया कि तुम लोग झेल पाओगे या नहीं झेल पाओगे। आप समझ सकते हैं कि कितनी तकलीफ से आदमी ये बात अपने बाल-बच्चों कहेगा कि अपनी मातृभूमि को छोड़ दो।