प्रदर्शन कर रहे युवा कांग्रेस कार्यकर्ताओं को हटाने के लिए पुलिस ने पानी की बौछार का इस्तेमाल किया

By भाषा | Updated: August 11, 2021 21:20 IST2021-08-11T21:20:27+5:302021-08-11T21:20:27+5:30

Police used water cannon to remove protesting Youth Congress workers | प्रदर्शन कर रहे युवा कांग्रेस कार्यकर्ताओं को हटाने के लिए पुलिस ने पानी की बौछार का इस्तेमाल किया

प्रदर्शन कर रहे युवा कांग्रेस कार्यकर्ताओं को हटाने के लिए पुलिस ने पानी की बौछार का इस्तेमाल किया

भोपाल, 11 अगस्त कांग्रेस नेताओं ने दावा किया कि मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में पुलिस ने बुधवार को महंगाई, ईंधन की बढ़ती कीमतों और बेरोजगारी के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे पार्टी की युवा इकाई के कार्यकर्ताओं पर लाठीचार्ज एवं पानी की बौछार का इस्तेमाल किया, जिसमें कई लोग घायल हो गए।

हालांकि, एक पुलिस अधिकारी ने कहा कि प्रदर्शनकारियों पर लाठीचार्ज नहीं किया गया, बल्कि उन्हें तितर-बितर करने के लिए हल्के बल का प्रयोग किया गया।

कांग्रेस की युवा शाखा ने बुधवार को महंगाई, ईंधन की बढ़ती कीमतों और बेरोजगारी के खिलाफ यहां लिंक रोड नंबर एक पर स्थित प्रदेश कांग्रेस कार्यालय से मुख्यमंत्री आवास तक विरोध मार्च का आयोजन किया था। हालांकि, पुलिस ने कांग्रेस कार्यालय के पास ही बैरिकेड लगाकर कांग्रेस कार्यकर्ताओं के पैदल मार्च को रोक दिया।

इसके बाद जैसे ही प्रदर्शनकारियों ने बैरिकेड्स पर चढ़ने की कोशिश की, पुलिस ने पहले पानी की बौछार का इस्तेमाल किया और फिर हल्का लाठीचार्ज किया। इसके बाद कई प्रदर्शनकारियों को हिरासत में ले लिया।

कांग्रेस की युवा इकाई के प्रवक्ता विवेक त्रिपाठी ने कहा कि इकाई के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्रीनिवास बी वी तथा मध्य प्रदेश युवा कांग्रेस के अध्यक्ष डॉ विक्रांत भूरिया के नेतृत्व में प्रदेश भर से कार्यकर्ता यहां प्रदर्शन में शामिल होने के लिए एकत्रित हुए थे।

प्रदर्शन के दौरान उज्जैन जिले के बड़नगर के एक कार्यकर्ता राकेश गोयल के सिर से खून बहता देखा गया। इस बीच, त्रिपाठी ने आरोप लगाया कि पुलिस ने राकेश गोयल को डंडों से मारा, जिससे उनके सिर में चोट आई। उन्होंने दावा किया कि पानी की बौछार के अलावा पुलिस के लाठीचार्ज में कई कांग्रेस कार्यकर्ता घायल हुए हैं।

इस खींचतान में कथित तौर पर कांग्रेस के विधायक और प्रदेश के पूर्व मंत्री जयवर्धन सिंह के कपड़े फट गए। सिंह ने दावा किया कि पुलिस द्वारा बल प्रयोग के कारण कई प्रदर्शनकारी घायल हो गए।

सिंह ने कहा, ‘‘शिवराज सिंह चौहान सरकार के तानाशाही रवैये के बावजूद लोगों के लिए हमारा संघर्ष जारी रहेगा।’’ बाद में उन्होंने अपने फटे हुए कपड़ों की फोटो भी सोशल मीडिया पर साझा की।

अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (एएसपी) अंकित जायसवाल ने कहा कि प्रदर्शनकारियों को हिरासत में लेकर छह बसों के जरिए हटाया गया है। उन्होंने कहा कि इन्हें कुछ समय बाद रिहा कर दिया जाएगा।

जायसवाल ने बताया कि बैरिकेड्स पर चढ़ रहे प्रदर्शनकारियों पर पुलिस ने पहले पानी की बौछार की, लेकिन जब वे नहीं हटे तो उन पर हल्का बल प्रयोग किया गया। उन्होंने कहा कि प्रदर्शनकारियों पर लाठीचार्ज नहीं किया गया।

एएसपी ने बताया कि श्रीनिवास बी वी, विक्रांत भूरिया, विधायक जयवर्धन सिंह, कुणाल चौधरी और अन्य के खिलाफ भादंवि की धारा 188 (लोक सेवक के आदेश की अवज्ञा) और धारा 147 (दंगा फैलाना) के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई है।

कांग्रेस के एक नेता ने कहा कि पहले यह विरोध-प्रदर्शन मध्य प्रदेश विधानसभा के बाहर करने की योजना थी लेकिन मंगलवार को विधानसभा का सत्र समाप्त होने के बाद कार्यक्रम स्थल बदल दिया गया।

वहीं, भारतीय जनता युवा मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष वैभव पंवार ने कांग्रेस की युवा इकाई द्वारा मुख्यमंत्री आवास के घेराव को नौटंकी करार दिया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस खुद मुद्दाविहीन है और युवा कांग्रेस भी उसी रास्ते पर चल रही है।

पंवार ने आरोप लगाया कि कांग्रेस का प्रदर्शन कार्यकर्ताओं का प्रदर्शन न होकर नेताओं के पुत्रों के वर्चस्व की लड़ाई थी, जो प्रदर्शन के दौरान देखने को मिली। उन्होंने कहा कि गुटों में बटी कांग्रेस प्रदर्शन के दौरान भी अलग-अलग खेमों में दिखायी दी। हर खेमा अपनी ताकत और दमखम दिखाना चाह रहा था।

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Web Title: Police used water cannon to remove protesting Youth Congress workers

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