नयी दिल्ली, दो दिसंबर दिल्ली में बृहस्पतिवार को गुरुद्वारा बंगला साहिब में मत्था टेकने जा रहे निहंगों समेत 70 प्रदर्शनकारी किसानों को बीच रास्ते में पुलिसकर्मियों ने रोक लिया और बाद में पुलिस द्वारा एक बस का प्रबंध कर उसमें उन्हें गुरुद्वारे ले जाया गया। इस समूह में बच्चे और महिलाएं भी शामिल थे जो पिछले साल नवंबर से सिंघू बॉर्डर पर शिविर लगाए हैं।
पुलिस के अनुसार, प्रदर्शनकारियों ने अपने घर वापस जाने से पहले दिल्ली के गुरुद्वारा बंगला साहिब जाने का निर्णय लिया था। दिल्ली में जैसे ही वे अपने वाहनों से जा रहे थे उन्हें मुकरबा चौक पर रोक लिया गया लेकिन बाद में अनुमति दी गई और पुलिस द्वारा एक बस का प्रबंध कर उसमें उन्हें गुरुद्वारे तक ले जाया गया। पुलिस ने कहा कि पुलिस मुख्यालय से अनुमति मिलने के बाद यह फैसला किया गया कि निहंगों और प्रदर्शनकारियों के लिए परिवहन की व्यवस्था की जाए क्योंकि वे मत्था टेकने जा रहे थे और इसमें कोई राजनीतिक एजेंडा नहीं था।
पुलिस उपायुक्त (बाहरी उत्तर) बिजेंद्र कुमार यादव ने कहा कि प्रदर्शनकारियों ने कृषि कानूनों के विरोध में चल रहे आंदोलन को समाप्त करने से पहले अंतिम समय में निर्णय लिया कि वे गुरुद्वारा बंगला साहिब जाएंगे।
यादव ने कहा, “चूंकि हम उन्हें मुकरबा चौक से आगे नहीं जाने दे सकते थे इसलिए निर्णय लिया गया कि उन्हें अनुमति लेनी होगी और जैसे ही उन्हें अनुमति मिल गई हमने उन्हें सरकारी बसों में बिठाकर व्यवस्थित रूप से ले जाने का निर्णय लिया।
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