नीरव मोदी के घर-शोरूम पर आज भी ईडी की छापेमारी जारी, हुई संपत्ति जब्त
By ऐश्वर्य अवस्थी | Updated: February 16, 2018 12:14 IST2018-02-16T10:33:38+5:302018-02-16T12:14:42+5:30
देश में सार्वजनिक क्षेत्र के दूसरे सबसे बड़े बैंक, पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) की मुंबई स्थित एक शाखा में 1.8 अरब डॉलर घपला उजागर होने के बाद चारो ओर इसी की चर्चा हो रही है।

नीरव मोदी के घर-शोरूम पर आज भी ईडी की छापेमारी जारी, हुई संपत्ति जब्त
नई दिल्ली, फरवरी 16: देश में सार्वजनिक क्षेत्र के दूसरे सबसे बड़े बैंक, पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) की मुंबई स्थित एक शाखा में 1.8 अरब डॉलर घपला उजागर होने के बाद चारो ओर इसी की चर्चा हो रही है। ऐसे में इस घटना के आरोपी नीरव मोदी के खिलाफ कार्यवाही भी की जा रही है। खबर के मुताबिक कल से मोदी के ठिकानों पर छापेमारी जारी है। इस छापेमारी में अब तक 5100 करोड़ की संपत्ति जब्त होने की खबर है। मुंबई के काला घोड़ा इलाके में नीरव मोदी के शोरूम में कल से छापेमारी चल रही है. अभी भी ईडी के अधिकारी वहां मौजूद हैं जो कल से कार्रवाई में लगे हैं।
वहीं, नीरव मोदी के खिलाफ सीबीआई ने लुकआउट नोटिस भी जारी किया है। देश के बाहर आरोपी नीरव मोदी के होने की सूचना के बाद इंटरपोल को भी अलर्ट कर दिया गया है। वहीं, डिफ्यूजन नोटिस जारी कर इंटरपोल के जरिए नीरव मोदी और अन्य सहयोगियों को पकड़ने की कोशिश की जा रही है।
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ईडी ने गुरुवार को पीएनबी घपले के मुख्य आरोपी अरबपति हीरा कारोबारी नीरव मोदी के मुंबई, सूरत और नई दिल्ली स्थित दफ्तरों, शोरूम और वर्कशॉप पर छापेमारी की।फोर्ब्स इंडिया की 2013 की अमीर व्यक्तियों की सूची में शामिल नीरव मोदी को पत्रिका ने तीसरी पीढ़ी के हीरे का कारोबारी बताया है। उनका पालन-पोषण बेल्जिम में हुआ और व्हार्टन से निकाले जाने पर 1990 में वह भारत आए और आखिरकार दिल्ली, मुंबई, न्यूयार्क, हांगकांग, लंदन और मकाऊ में 16 स्टोर के साथ नीरव मोदी ब्रांड बन गए।
धोखाधड़ी के इस मामले को लेकर राजनीतिक गलियारे में गुरुवार को आरोप-प्रत्यारोप का दौर चलता रहा। कांग्रेस ने गुरुवार को मोदी सरकार पर धोखाधड़ी को न रोक पाने और नीरव मोदी को देश से भगाने में मदद करने वालों को पकड़ने में भी नाकाम रहने का आरोप लगाया। कांग्रेस ने भाजपा पर जुलाई, 2016 में इस संबंध में प्रधानमंत्री कार्यालय में दाखिल शिकायत के बाद भी पीएमओ और अन्य प्राधिकारियों की ओर से कोई कार्रवाई नहीं किए जाने का आरोप लगाए गए हैं।