Coronavirus: देश में 700 से अधिक जिले, पीएम मोदी बोले- कोरोना के जो बड़े आंकड़े हैं वो सिर्फ 60 जिलों में हैं
By सतीश कुमार सिंह | Published: September 23, 2020 07:50 PM2020-09-23T19:50:33+5:302020-09-23T21:27:57+5:30
पीएम मोदी ने कहा कि देश में 700 से अधिक जिले हैं, लेकिन कोरोना के जो बड़े आंकड़े हैं वो सिर्फ 60 जिलों में हैं, वो भी 7 राज्यों में। मुख्यमंत्रियों को सुझाव है कि एक 7 दिन का कार्यक्रम बनाएं और प्रतिदिन 1 घंटा दें। वर्चुअल तरीके से हर दिन 1 जिले के 1-2 ब्लॉक के लोगों से सीधे बात करें।
नई दिल्लीः प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कोविड की उच्च दर वाले सात राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ की समीक्षा बैठक की। मोदी ने COVID प्रबंधन की समीक्षा के लिए ज्यादा प्रभावित 7 राज्यों / केंद्र शासित प्रदेशों के CMs और स्वास्थ्य मंत्रियों के साथ एक वर्चुअल मीटिंग की अध्यक्षता की। ये 7 राज्य / केन्द्र शासित प्रदेश- महाराष्ट्र, आंध्र प्रदेश, कर्नाटक, यूपी, तमिलनाडु, दिल्ली और पंजाब हैं।
पीएम मोदी ने कहा कि देश में 700 से अधिक जिले हैं, लेकिन कोरोना के जो बड़े आंकड़े हैं वो सिर्फ 60 जिलों में हैं, वो भी 7 राज्यों में। मुख्यमंत्रियों को सुझाव है कि एक 7 दिन का कार्यक्रम बनाएं और प्रतिदिन 1 घंटा दें। वर्चुअल तरीके से हर दिन 1 जिले के 1-2 ब्लॉक के लोगों से सीधे बात करें।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को महाराष्ट्र और उत्तर प्रदेश सहित सात राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के मुख्यमंत्रियों और स्वास्थ्य मंत्रियों के साथ बैठक कर इन राज्यों में कोरोना वायरस संक्रमण की वर्तमान स्थिति की समीक्षा की।
कोविड-19 के 63 फीसदी उपचाराधीन मरीज इन सात राज्यों में हैं
कोविड-19 के 63 फीसदी उपचाराधीन मरीज इन सात राज्यों में हैं। वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से आयोजित इस बैठक में महाराष्ट्र और उत्तर प्रदेश के अलावा आंध्र प्रदेश, कर्नाटक, तमिलनाडु, दिल्ली और पंजाब के मुख्यमंत्रियों और स्वास्थ्य मंत्रियों ने हिस्सा लिया।
केंद्र सरकार ने एक आधिकारिक बयान में कहा था कि देश में कोरोना के कुल पुष्ट मामलों का 65.5 फीसदी और कुल मृत्यु के 77 फीसदी मामले भी इन्हीं राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों से हैं। बयान के मुताबिक अन्य पांच राज्यों के साथ-साथ पंजाब और दिल्ली में हाल ही में कुल मामलों की संख्या में काफी तेज वृद्धि दर्ज की गई है।
महाराष्ट्र, पंजाब और दिल्ली में मृतकों की संख्या भी काफी बढ़ी है। इन राज्यों में मृत्यु दर दो प्रतिशत से अधिक है, जो कि मृत्यु दर का उच्च औसत है। पंजाब और उत्तर प्रदेश के अलावा उनकी संक्रमण की पुष्टि दर राष्ट्रीय औसत 8.52 प्रतिशत से अधिक है। बयान में कहा गया कि केंद्र सरकार राज्यों और संघ शासित प्रदेशों के प्रभावी सहयोग और निकट समन्वय के साथ मिलकर कोविड-19 महामारी के खिलाफ लड़ाई का नेतृत्व कर रही है।
एक-दो दिन का लॉकडाउन कोरोना वायरस के प्रसार को रोकने में कितना प्रभावी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को राज्यों से आग्रह किया कि वे अवलोकन करें कि एक-दो दिन का लॉकडाउन कोरोना वायरस के प्रसार को रोकने में कितना प्रभावी है और इससे राज्य में आर्थिक गतिविधियों पर क्या असर पड़ रहा है।
उन्होंने महाराष्ट्र और उत्तर प्रदेश सहित सात राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों के मुख्यमंत्रियों तथा स्वास्थ्य मंत्रियों के साथ बैठक के दौरान इन राज्यों में कोरोना वायरस संक्रमण की वर्तमान स्थिति की समीक्षा के दौरान यह बात कही। मोदी ने कहा कि बीते महीनों में कोरोना इलाज से जुड़ी जिन सुविधाओं का विकास किया गया है, उनसे कोरोना का मुकाबला करने में बहुत मदद हो रही है। उन्होंने कहा, ‘‘अब हमें कोरोना से जुड़ी अधोसंरचना को मजबूत करना है, जो हमारे स्वास्थ्य से जुड़ा, ट्रैकिंग-ट्रेसिंग से जुड़ा नेटवर्क है, उनकी बेहतर ट्रेनिंग भी करनी है।’’
राज्यों से प्रभावशाली जांच, ट्रेसिंग, इलाज और निगरानी पर ध्यान केन्द्रित करने का आह्वान करते हुए मोदी ने कहा, ‘‘जो एक-दो दिन के लोकल लॉकडाउन होते हैं, वो कोरोना को रोकने में कितने प्रभावी हैं, हर राज्य को इसका अवलोकन करना चाहिए। कहीं ऐसा तो नहीं कि इस वजह से आपके राज्य में आर्थिक गतिविधियां शुरू होने में दिक्कत हो रही है? मेरा आग्रह है कि सभी राज्य इस बारे में गंभीरता से सोचें।’’
वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से आयोजित इस बैठक में महाराष्ट्र और उत्तर प्रदेश के अलावा आंध्र प्रदेश, कर्नाटक, तमिलनाडु, दिल्ली और पंजाब के मुख्यमंत्रियों तथा स्वास्थ्य मंत्रियों ने हिस्सा लिया। देश में कोरोना वायरस संक्रमण के कुल मामलों में से 65.5 फीसदी और मृत्यु के कुल मामलों में से 77 फीसदी मामले भी इन्हीं राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों से हैं।
PM Narendra Modi chairs a high-level virtual meeting with Chief Ministers & Health Ministers of seven #COVID19 high burden States/UT to review COVID response and management.
— ANI (@ANI) September 23, 2020
These States/UT are Maharashtra, Andhra Pradesh, Karnataka, Uttar Pradesh, Tamil Nadu, Delhi, & Punjab. pic.twitter.com/bqd1CZhEAA