यूनेस्को की अस्थाई लिस्ट में पीएम मोदी का जन्मस्थल वडनगर समेत 2 अन्य स्थल को मिली जगह, जानें पूरी सूची और जगहों का नाम
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: December 21, 2022 05:10 PM2022-12-21T17:10:21+5:302022-12-21T17:27:00+5:30
वहीं इस मामले में भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) ने भी केंद्रीय संस्कृति मंत्री के ट्वीट को साझा किया है और कहा है कि इस कदम से भारत की सांस्कृतिक विरासत को बढ़ावा मिलेगा।
नई दिल्ली: भारत में तीन नए सांस्कृतिक स्थलों को यूनेस्को (संयुक्त राष्ट्र शैक्षणिक, वैज्ञानिक तथा सांस्कृतिक संगठन) के विश्व धरोहर स्थलों की संभावित सूची में शामिल किया गया है। इस सूची में मोढेरा का ऐतिहासिक सूर्य मंदिर, गुजरात का ऐतिहासिक वडनगर शहर और त्रिपुरा में उनाकोटी की चट्टानों को काटकर बनाई गई मूर्तियां शामिल हैं।
भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) ने मंगलवार को यह जानकारी दी है। गौरतलब है कि गुजरात का ऐतिहासिक वडनगर शहर इस बात से भी फेमस है कि वहां पीएम मोदी का जन्म हुआ था।
मामले में यूनेस्को की वेबसाइट क्या कहती है
यूनेस्को की वेबसाइट एक अस्थायी सूची का वर्णन ‘‘उन संपत्तियों की सूची के रूप में किया गया है, प्रत्येक सरकार नामांकन के लिए जिन पर विचार करने का इरादा रखती है।’’ केंद्रीय संस्कृति मंत्री जी किशन रेड्डी ने मंगलवार को इस खबर को साझा करते हुए ट्वीट किया और तीनों स्थलों की तस्वीरें भी साझा कीं है।
Congratulations India!
— G Kishan Reddy (@kishanreddybjp) December 20, 2022
India adds 3 more sites to @UNESCO’s Tentative List:
01 Vadnagar- A multi-layered Historic town, Gujarat
02 Sun Temple, Modhera and its adjoining monuments
03 Rock-cut Sculptures and Reliefs of the Unakoti, Unakoti Range, Unakoti District pic.twitter.com/CAarM4BfnE
आपको बता दें कि गुजरात का वडनगर शहर पीएम मोदी का जन्मस्थान है और इसलिए भी यह काफी चर्चित है। यही नहीं यहां का इतिहास लगभग 8वीं शताब्दी ईसा पूर्व तक फैला हुआ है।
केंद्रीय संस्कृति मंत्री ने ट्वीट कर तस्वीरें साझा की
इस पर बोलते हुए जी किशन रेड्डी ट्वीट किया और कहा, ‘‘बधाई हो भारत! भारत ने यूनेस्को की अस्थायी सूची में तीन और स्थल जोड़े हैं: पहला, गुजरात का वडनगर बहुस्तरीय ऐतिहासिक शहर, दूसरा, मोढेरा का सूर्य मंदिर और इसके आस-पास के स्मारक और तीसरा, उनाकोटी जिले की उनाकोटी श्रृंखला में पत्थरों पर उकेरी गई मूर्तियां।’’
एएसआई ने क्या कहा
भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) ने भी उनके ट्वीट को साझा किया और कहा कि इस कदम से भारत की सांस्कृतिक विरासत को बढ़ावा मिलेगा। मामले में एएसआई ने कहा, ‘‘मोढेरा के सूर्य मंदिर और आस-पास के स्मारक, पहाड़ों में काटकर बनाई गई उनाकोटी की मूर्तियां तथा बहुस्तरीय शहर वडनगर यनेस्को की अंतरिम सूची में जोड़े गए तीन नए स्थलों में शामिल हैं। इससे भारतीय सांस्कृतिक विरासत को बहुत प्रोत्साहन मिलेगा।’’