नागरिकता संशोधन विधेयक के विरोध में असम हो रहे प्रदर्शन के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीच कर भरोसा दिलाया है कि राज्य के लोगों को चिंता करने की जरूरत नहीं है। पीएम मोदी ने ट्वीट कर कहा है कि वे असम के लोगों के आश्वस्त करना चाहते हैं कि कोई भी उनसे उनका अधिकार नहीं छीन सकता है।
पीएम मोदी ने ट्वीट कहा, 'मैं असम में अपने भाई-बहनों को आश्वस्त करना चाहता हूं कि उन्हें बिल्कुल चिंता करने की जरूरत नहीं है। मैंने उन्हें बताना चाहता हूं कि कोई उनके अधिकार, उनकी विशिष्ट पहचान और खूबसूरत संस्कृति को नहीं ले सकता। ये ऐसे ही जारी रहेगा और फलता-फूलता रहेगा।'
पीएम मोदी ने साथ ही लिखा, 'केंद्रीय सरकार और मैं पूरी तरह से क्लॉज-6 के तहत असम के लोगों के राजनीतिक, भाषा, संस्कृति और जमीन के अधिकारों की सुरक्षा के लिए प्रतिबद्ध हैं।'
बता दें कि राज्य सभा में बुधवार देर शाम नागरिकता संशोधन विधेयक को मंजूरी दे दी गई। इससे पहले सोमवार को लोकसभा में इस विधेयक को पास कर दिया गया था। हालांकि, इस विधेयक के खिलाफ पूर्वोत्तर राज्यों में भारी विरोध देखने को मिल रहा है।
नागरिकता संशोधन विधेयक में अफगानिस्तान, बांग्लादेश और पाकिस्तान से धार्मिक प्रताड़ना के कारण 31 दिसंबर 2014 तक भारत आए गैर मुस्लिम शरणार्थी - हिन्दू, सिख, बौद्ध, जैन, पारसी और ईसाई समुदायों के लोगों को भारतीय नागरिकता के लिए आवेदन करने का पात्र बनाने का प्रावधान है।
असम में बुधवार को कई जगहों पर आगजनी और प्रदर्शन हुए। व्यापक प्रदर्शन के बाद असम में करीब 10 जिलों में 24 घंटे के लिए मोबाइल इंटरनेट बंद किया गया है। साथ ही गुवाहाटी और डिब्रूगढ़ में भी कर्फ्यू लगाया गया है।