जानें क्यों वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग करते हुए PM मोदी को आई कांग्रेस नेता गुलाम नबी की याद?
By स्वाति सिंह | Published: March 7, 2020 01:26 PM2020-03-07T13:26:52+5:302020-03-07T13:26:52+5:30
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शनिवार को जन औषधि केंद्रों पर जनता को संबोधित किया। पीएम मोदी के संबोधन को उत्तर प्रदेश के 900 जन औषधि केंद्रों के साथ ही देश के 6200 केद्रों पर भी सुनाया गया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार ( 7 मार्च) को जन औषधि दिवस पर जन औषधि केंद्र (Jan Aushadhi Kendra) के 6200 संचालकों को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए के 6200 संचालकों को संबोधित किया।
इस दौरान पीएम नरेंद्र मोदी ने जन औषधि योजना के जम्मू-कश्मीर के लाभार्थियों से सीधी बातचीत की। इसी के तहत पुलवामा में आयोजित कार्यक्रम में लोगों की भारी भीड़ उमड़ी। तबी एक ऐसी बात हुई की पीएम मोदी अचानक खिल-खिलाकर हंस दिए।
दरअसल, जब पीएम मोदी जम्मू कश्मीर के लोगों से बातचीत कर रहे थे उस दौरान पुलवामा के एक जन औषधि योजना के लाभार्थी गुलाम नबी से बात हुई। पीएम मोदी ने कहा 'गुलाम नबी साहब, दिल्ली में मेरे एक दोस्त हैं जिसका नाम भी यही है। जब मैं गुलाम नबी जी से मिलूंगा तो मैं उन्हें बताऊंगा कि मुझे सही मायने में पुलवामा के एक गुलाम नबी से मिलने का मुझे मौका मिला।
बता दें कि पीएम नरेंद्र मोदी ने जन औषधि दिवस पर कहा कि देश भर में 6200 आषधि केंद्रों पर बिमारियों का इलाज किया जा रहा है। इन केंद्रों पर पेसेंट को न सिर्फ दवा दी जाती है, बल्कि इन केंद्रों पर सभी तरह के जरूरी संसाधन भी हैं। उन्होंने कहा कि देश में 1 से लेकर 7 मार्च तक जन औषधि दिवस के रूप में मानाया जाएगा। इसके साथ ही प्रधानमंत्री ने कहा कि देशभर के 728 जिलों में से 700 जिलों में औषधि केंद्र को प्रारंभ किया गया है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शनिवार को जन औषधि केंद्रों पर जनता को संबोधित किया। पीएम मोदी के संबोधन को उत्तर प्रदेश के 900 जन औषधि केंद्रों के साथ ही देश के 6200 केद्रों पर भी सुनाया गया। बता दें कि पीएम मोदी ने जन औषधि योजना की शुरुआत 1 जुलाई 2015 में की थी। यह योजना उच्च गुणवत्ता वाली जेनेरिक दवाइयों के दामों के बाजार मूल्य से कम पर देने से जुड़ी हुई है।
बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की महत्वाकांक्षी योजनाओं में से एक है जन-औषधि केंद्र योजना। इसके तहत गरीबों तक सस्ती और सही दवाई पहुंचाई जाने की योजना है। इस उद्देश्य की पूरी के लिए ही सरकार जन औषधि केंद्र खोलने के लिए अनुदान दे रही है। वहीं पीएम मोदी इसी बाबत आज प्रदेश के नौ सौ जन औषधी केन्द्रों पर सुबह दस बजे से संबोधित करेंगे। कुछ केन्द्रों पर पीएम मोदी से संवाद करने की सुविधा भी दी जाएगी।
इसके अलावा, सरकार द्वारा ‘जन औषधि स्टोर’ बनाए गए हैं, जहां जेनरिक दवाईयां उपलब्ध करवाई जाती हैं। गौरतलब है कि जेनरिक दवाईयां ब्रांडेड दवाईयों के मुकाबले सस्ती होती हैं, हालाँकि प्रभाव ब्रांडेड दवाइयों के जैसा ही होता है। इसी जानकारी से लोगों को जागरूक करने के लिए जन औषधि अभियान शुरू किया गया है। ताकि जनता समझ सके कि ब्रांडेड मेडिसिन की तुलना में जेनेरिक दवाइयों कम मूल्य पर बाजार में उपलब्ध हैं और उनकी गुणवत्ता में भी कोई कमी नहीं है।