एससीओ शिखर सम्मेलन में शहबाज शरीफ की मौजूदगी में बोले पीएम मोदी- कुछ देश आतंकियों को पनाह देते हैं, ऐसे देशों...
By मनाली रस्तोगी | Published: July 4, 2023 01:52 PM2023-07-04T13:52:35+5:302023-07-04T13:54:47+5:30
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को कहा कि कुछ देश सीमा पार आतंकवाद का इस्तेमाल करते हैं और आतंकवादियों को सुरक्षित पनाह देते हैं, और शंघाई सहयोग संगठन के देशों से इसकी निंदा करने का आग्रह किया।
नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आंतकवाद को क्षेत्रीय और वैश्विक शांति के लिए प्रमुख खतरा करार देते हुए मंगलवार को कहा कि कुछ देश सीमा पार आतंकवाद को अपनी नीतियों के औजार के रूप में इस्तेमाल करते हैं और आतंकवादियों को पनाह देते हैं तथा शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) को ऐसे देशों की आलोचना करने में कोई संकोच नहीं करना चाहिए।
पीएम मोदी ने डिजिटल माध्यम से एससीओ की शिखर बैठक को संबोधित करते हुए यह बात कही। बैठक में चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग, रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन आदि ने हिस्सा लिया। वर्चुअल एससीओ शिखर सम्मेलन में पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ भी मौजूद थे।
मोदी ने कहा, "आतंकवाद क्षेत्रीय और वैश्विक शांति के लिए खतरा है। हमें आतंकवाद के खिलाफ लड़ना होगा...कुछ देश सीमा पार आतंकवाद को अपनी नीतियों के साधन के रूप में इस्तेमाल करते हैं और आतंकवादियों को आश्रय देते हैं। एससीओ को ऐसे देशों की आलोचना करने में संकोच नहीं करना चाहिए। एससीओ देशों को इसकी निंदा करनी चाहिए। आतंकवाद पर दोहरे मापदंड नहीं होने चाहिए।"
#WATCH | Prime Minister Narendra Modi at the Shanghai Cooperation Organization (SCO), says "Terrorism is a threat to regional and global peace. We will have to fight against terrorism...Some countries use cross-border terrorism as an instrument of their policies and give shelter… pic.twitter.com/qOjYt3Juo5
— ANI (@ANI) July 4, 2023
पीएम मोदी ने कहा, "हम एससीओ को एक विस्तारित पड़ोस के रूप में नहीं, बल्कि एक विस्तारित परिवार के रूप में देखते हैं। सुरक्षा, आर्थिक विकास, कनेक्टिविटी, एकता, संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता के लिए सम्मान और पर्यावरण संरक्षण एससीओ के लिए हमारे दृष्टिकोण के स्तंभ हैं।"
प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत ने एससीओ में सहयोग के पाँच नए स्तंभ बनाए हैं जिसमें स्टार्टअप एवं नवाचार, पारंपरिक औषधि, डिजिटल समावेशिता और युवा सशक्तीकरण, साझी बौद्ध धरोहर शामिल हैं। शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) में भारत, रूस, चीन, पाकिस्तान, कजाकिस्तान, किर्गिजिस्तान, ताजिकिस्तान और उज्बेकिस्तान शामिल हैं। इसे एक महत्वपूर्ण आर्थिक एवं सुरक्षा समूह माना जाता है।
भारत ने एससीओ की अध्यक्षता पिछले वर्ष 16 सितंबर को समरकंद शिखर सम्मेलन के दौरान संभाली थी। इस समूह के दो निकाय- सचिवालय और एससीओ क्षेत्रीय आतंकवाद रोधी ढांचे (एससीओ रैट्स) के प्रमुख भी मंगलवार को इस बैठक में हिस्सा ले रहे हैं। इस शिखर बैठक का मुख्य विषय 'सुरक्षित एससीओ की ओर' (टूवर्ड सिक्योर एससीओ) है।
(भाषा इनपुट के साथ)