Mann Ki Baat: PM मोदी ने सवा सौ करोड़ भारतीयों को दिया GST की सफलता का क्रेडिट, पढ़ें पूरी डिटेल
By रामदीप मिश्रा | Published: June 24, 2018 11:07 AM2018-06-24T11:07:40+5:302018-06-24T11:45:08+5:30
'मन की बात' मासिक रेडियो कार्यक्रम है, जिसके माध्यम से प्रधानमंत्री मोदी हर महीने के आखिरी रविवार को ऑल इंडिया रेडियो, डीडी नेशनल और डीडी न्यूज के माध्यम से देश की जनता को संबोधित करते हैं।
नई दिल्ली, 27 मईः प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को देशवासियों से मन की बात की। पीएम मोदी की मन की बात का यह 45वां संस्करण था। इससे पहले वाले संस्करण में पीएम मोदी ने आउटडोर खेलों के महत्व, पर्यावरण दिवस, और भारतीयों के माउंट एवरेस्ट फतह को रेखांकित किया था। इस कार्यक्रम में पीएम मोदी ने जीएसटी, योग दिवस, कबीरदास और गुरुनानक देव का जिक्र किया है।
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-GST को एक साल पूरा होने वाला है। वन नेशन, वन टैक्स देश के लोगों का सपना था, वो आज हकीकत में बदल चुका है। वहीं, उन्होंने अपनी 'मन की बात' का समापन जीएसटी की सफलता को सवा सौ करोड़ भारतीयों की सफलता बताते हुए किया।
--बेंगलुरु में कॉर्पोरेट प्रोफेशनल्स, आईटी इंजीनियर्स ने एक सहज ‘समृद्धि ट्रस्ट’ बनाया है और उन्होंने किसानों की आय दोगुनी करने के लिए इस ट्रस्ट को एक्टिव किया। ये किसानों से जुड़ते गए, योजनाएं बनाते गए और किसानों की आय बढ़ाने के लिए सफल प्रयास करते रहे। पहले जो किसान अपने खेतों में एक ही फसल पर निर्भर हुआ करते थे, उपज भी अच्छी नहीं होती थी और मुनाफा भी ज्यादा नहीं होता था, आज वह न केवल सब्जियां उगा रहें हैं और बल्कि अपनी सब्जियों की मार्केटिंग भी ट्रस्ट के माध्यम से कर के, अच्छे दाम पा रहे हैं। मुझे खुशी है कि प्रोफेशनल्स, टेक्नोक्रेट, इंजीनियरिंग की दुनिया से जुड़े इन नौजवानों ने अपने दायरे से बाहर निकल कर के किसान, गाँव, खेत और खलिहान के साथ जुड़ने का रास्ता अपनाया है। इनके जैसे सभी नौजवानो को बहुत-बहुत शुभकामना हैं।
"मुझे खुशी है कि professionals, technocrat, engineering की दुनिया से जुड़े इन नौजवानों ने अपने दायरे से बाहर निकल कर के किसान,गाँव, खेत और खलिहान के साथ जुड़ने का रास्ता अपनाया है. इनके जैसे सभी नौजवानो को बहुत-बहुत शुभकामना हैं" PM on #MannKiBaat
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-पीएम मोदी ने कहा कि दूर-सुदूर गांवों में बेटियां कॉमन सर्विस सेंटर के माध्यम से गांवों के बुज़ुर्गों की पेंशन से लेकर पासपोर्ट बनवाने तक की सेवाएं उपलब्ध करवा रही हैं। छत्तीसगढ़ की एक बहन सीताफल को इकट्ठा कर उसकी आइसक्रीम बनाकर व्यवसाय करती है। झारखंड में अंजन प्रकाश की तरह देश के लाखों युवा-जन औषधि केंद्र चलाने के साथ-साथ आस-पास के गावों में जाकर सस्ती दवाइयां उपलब्ध करवा रहे हैं। पश्चिम बंगाल का नौजवान केवल अपना सफल व्यवसाय ही नहीं, दस-पंद्रह और लोगों को नौकरी भी दे रहा है, तमिलनाडु, पंजाब,गोवा के स्कूल के छात्र अपनी छोटी उम्र में स्कूल की टिंकरिंग लैब में वास्ट मैनेजमेंट पर काम कर रहे है।
-23 जून को डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी की पुण्यतिथि थी। उन्होंने शिक्षा, प्रशासन और संसदीय मामलों, जैसे क्षेत्रों में काम किया। बहुत कम लोगों को पता होगा कि वे कोलकाता विश्वविद्यालय के सबसे कम उम्र के कुलपति थे। 1947 से 1950 तक डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी भारत के पहले उद्योग मंत्री रहे और उन्होंने भारत का औद्योगिक विकास का मजबूत शिलान्यास किया था। उनके एकता, सद्भाव और भाईचारे के सन्देश को याद रखने की जरूरत है।
-भारत की आजादी का संघर्ष बहुत लम्बा,व्यापक और गहरा है, अनगिनत शहादतों से भरा हुआ है। पंजाब से जुड़ा एक इतिहास है। 2019 में जलियांवाला बाग की उस भयानक घटना के भी 100 साल पूरे हो रहे हैं जिसने पूरी मानवता को शर्मसार कर दिया था। 13 अप्रैल, 1919 का वो काला दिन कौन भूल सकता है जब क्रूरता की सारी हदें पार कर निर्दोष,और मासूम लोगों पर गोलियां चलाई गयी थी। इस घटना के 100 वर्ष पूरे होने वाले हैं। हिंसा और क्रूरता से कभी किसी समस्या का समाधान नहीं किया जा सकता। जीत हमेशा शांति और अहिंसा की होती है, त्याग और बलिदान की होती है।
भारत की आज़ादी का संघर्ष बहुत लम्बा,व्यापक और गहरा है,अनगिनत शहादतों से भरा हुआ है. पंजाब से जुड़ा एक इतिहास है.2019 में जलियांवाला बाग़ की उस भयानक घटना के भी 100 साल पूरे हो रहे हैं जिसने पूरी मानवता को शर्मसार कर दिया था. #MannKiBaatpic.twitter.com/5ZKUQxya3Y
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-गुरु की महानता का एक और उदाहरण है जगतगुरु–गुरु नानक देव जिन्होंने लोगों को सन्मार्ग दिखाया, प्रेरणा दी। कहते हैं प्रत्येक सिख गुरु दिव्य गुणों का प्रतिनिधित्व करते हैं। गुरु नानक देव जी नम्रता के प्रतीक हैं। गुरु नानक देव जी गरीबों और जरुरतमंदों की सेवा को ही भगवान की सेवा मानते थे। वे जहां भी गए उन्होंने समाज की भलाई के लिए पहल की। गुरु नानक देव जी ने ही लंगर व्यवस्था, जहां हर जाति,धर्म, सम्प्रदाय का व्यक्ति आ कर खा सकता था, की शुरुआत की। प्रधानमंत्री ने 2019 में आने वाले गुरु नानक देव जी के 550 वें प्रकाश पर्व को उत्साह और उमंग के साथ मानाने का आग्रह किया और नए सुझाव भी मांगे ताकि इस प्रकाश पर्व को प्रेरणा पर्व बनाया जा सके।
गुरु की महानता का एक और उदाहरण है जगतगुरु – गुरु नानक देव जिन्होंने लोगों को सन्मार्ग दिखाया, प्रेरणा दी. कहते हैं प्रत्येक सिख गुरु दिव्य गुणों का प्रतिनिधित्व करते हैं. गुरु नानक देव जी नम्रता के प्रतीक हैं. #MannKiBaatpic.twitter.com/7RAih31MXH
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-उन्होंने कहा कि कबीरदास जी के मगहर जाने के पीछे एक कारण था। उस समय एक धारणा थी कि मगहर में जिसकी मृत्यु होती है, वह स्वर्ग नहीं जाता। इसके उलट काशी में जो शरीर त्याग करता है, वो स्वर्ग जाता है। मगहर को अपवित्र माना जाता था लेकिन संत कबीरदास इस पर विश्वास नहीं करते थे। अपने समय की ऐसी ही कुरीतियां और अंधविश्वासों को उन्होंने तोड़ने का काम किया और इसलिए वे मगहर गए और वहीं उन्होंने समाधि ली। संत कबीरदास जी ने अपनी साखियों और दोहों के माध्यम से सामाजिक समानता, शांति और भाईचारे पर बल दिया। कबीरदास जी ने सामाजिक समरसता पर विशेष जोर दिया था। वे अपने समय से बहुत आगे सोचते थे। उस समय जब विश्व में अवनति और संघर्ष का दौर चल रहा था उन्होंने शांति और सद्भाव का सन्देश दिया और लोकमानस को एकजुट करके मतभेदों को दूर करने का काम किया। उन्होंने लोगों से अपील की कि वे धर्म और जाति से ऊपर उठ कर लोगों को ज्ञान के आधार पर मानें, उनका सम्मान करें। उनकी बातें आज सदियों बाद भी उतनी ही प्रभावी है।
अपने समय की ऐसी ही कुरीतियाँ और अंधविश्वासों को उन्होंने तोड़ने का काम किया और इसलिए वे मगहर गए और वहीँ उन्होंने समाधि ली. संत कबीरदास जी ने अपनी साखियों और दोहों के माध्यम से सामाजिक समानता, शांति और भाईचारे पर बल दिया. #MannKiBaatpic.twitter.com/hNwE6PuxBW
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-कई लोगों ने मुझे लिखा है कि मैं इस बार की 'मन की बात' में 1 जुलाई को आने वाले डॉक्टर्स के बारे में बात करूं, सही बात है हम मुसीबत के समय ही डॉक्टर को याद करते हैं, लेकिन 1 जुलाई को आने वाला डॉक्टर्स डे, एक ऐसा दिन है, जब देश हमारे डॉक्टर्स की उपलब्धियों को मनाया करते हैं और समाज के प्रति उनकी सेवा और समर्पण के लिए उन्हें बहुत-बहुत धन्यवाद देता है। हम वो लोग हैं, जो स्वाभवतः मां को भगवान के रूप में पूजते हैं, भगवान के बराबर मानते हैं क्योंकि मां हमें जीवन देती है, मां हमें जन्म देती है, तो कई बार डॉक्टर हमें पुनर्जन्म देता है। डॉक्टर की भूमिका केवल बीमारियों का इलाज करने तक सीमित नहीं है। अक्सर डॉक्टर परिवार के मित्र की तरह होते हैं।
- पीए ने कहा कि भारत का एक समृद्ध इतिहास रहा है। ऐसा कोई महीना नहीं है, जिसमें कोई-न-कोई ऐतिहासिक घटना न घटी हो। भारत में हर जगह की अपनी एक विरासत है। वहां से जुड़ा कोई संत है, कोई महापुरुष है, कोई प्रसिद्ध व्यक्ति है, सभी का अपना-अपना योगदान है, अपना महात्म्य है।
-उन्होंने कहा कि वायुसेना के हमारे योद्धाओं ने तो बीच आसमान में धरती से 15 हज़ार फुट की ऊंचाई पर योगासन करके सबको स्तब्ध कर दिया। देखने वाला नजारा यह था कि उन्होंने हवा में तैरते हुए किया, न कि हवाई जहाज में बैठ कर।
-पीएम मोदी ने कहा कि स्कूल हो, कॉलेज हो, दफ्तर हो, पार्क हो, ऊँची ईमारत हो या खेल का मैदान हो, सभी जगह योगाभ्यास हुआ। अहमदाबाद का एक दृश्य तो दिल को छू लेने वाला था। वहां पर लगभग 750 दिव्यांग भाई-बहनों ने एक स्थान पर, एक साथ इकट्ठे योगाभ्यास करके विश्व कीर्तिमान बना डाला।
-पीएम मोदी ने कहा, 'मुझे ये मैच किसी एक विशेष कारण से याद रहेगा। भारतीय टीम ने कुछ ऐसा किया, जो पूरे विश्व के लिए एक मिसाल है। टीम ने ट्रॉफी लेते समय अफगानिस्तान की टीम को भी आमंत्रित किया। खेल भावना क्या होती है, इस घटना से अनुभव किया जा सकता है।'
-अफगानिस्तान के एक बॉलर राशिद खान ने इस वर्ष आईपीएल में भी काफी अच्छा प्रदर्शन किया था। अफगानिस्तान के राष्ट्रपति अशरफ़ गनी ने ट्विटर पर लिखा था, 'अफगानिस्तान के लोगों को अपने हीरो राशिद खान पर अत्यंत गर्व है>'
-कुछ दिन पहले बेंगलुरु में भारत और अफगानिस्तान के बीच ऐतिहासिक टेस्ट मैच हुआ। यह अफगानिस्तान का पहला अन्तर्राष्ट्रीय मैच था। इस मैच में दोनों ही टीमों ने बेहतरीन प्रदर्शन किया।
बता दें कि 'मन की बात' मासिक रेडियो कार्यक्रम है, जिसके माध्यम से प्रधानमंत्री मोदी हर महीने के आखिरी रविवार को ऑल इंडिया रेडियो, डीडी नेशनल और डीडी न्यूज के माध्यम से देश की जनता को संबोधित करते हैं। यही कारण है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का रेडियो कार्यक्रम 'मन की बात' 2017 में ट्विटर पर सबसे ज्यादा इस्तेमाल किए जाने वाला हैशटैग रहा।
ट्विटर ने मुताबिक 'मन की बात' के बाद जल्लीकट्टू और जीएसटी सबसे ज्यादा इस्तेमाल किए जाने वाले हैशटैग रहे। 'मन की बात' कार्यक्रम को लेकर सर्वाधिक ट्वीट किए गए। इसमें सचिन तेंदुलकर का ट्वीट भी शामिल है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हर महीने के आखिरी इतवार को "मन की बात" में जनता को संबोधित करते हैं।
मन की बात कार्यक्रम का पहला प्रसारण 3 अक्तूबर 2014 को किया गया था। पीएम मोदी ने अमेरिकी राष्ट्रपति से प्रेरणा लेकर इसकी शुरुआत की थी। जनवरी 2015 में अमेरिका के राष्ट्रपति बराक ओबामा ने भी उनके साथ इस कार्यक्रम में भाग लिया था तथा भारत की जनता के प्रश्नों के उत्तर दिए थे।