लोगों के हिल स्टेशनों पर उमड़ने की तस्वीरें ‘डराने वाली’, सरकार का कोविड प्रोटोकॉल अनुपालन पर जोर
By भाषा | Updated: July 6, 2021 21:17 IST2021-07-06T21:17:28+5:302021-07-06T21:17:28+5:30

लोगों के हिल स्टेशनों पर उमड़ने की तस्वीरें ‘डराने वाली’, सरकार का कोविड प्रोटोकॉल अनुपालन पर जोर
नयी दिल्ली, छह जुलाई केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने हिल स्टेशनों और बाजारों में कोविड-19 से बचाव के नियमों का अनुपालन किये बगैर लोगों के घूमने पर मंगलवार को चिंता प्रकट की और चेतावनी दी कि इस तरह की ढिलाई महामारी से निपटने में अब तक मिली कामयाबी पर पानी फेर देगा।
एक अधिकारी ने महामारी के अभी तक खत्म नहीं होने का जिक्र करते हुए हिल स्टेशनों पर बड़ी संख्या में लोगों के उमड़ने की तस्वीरों को ‘‘डराने वाली ’’ बताया।
स्वास्थ्य मंत्रालय में संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने कहा, ‘‘पाबंदियां हटने पर लोग यात्रा करने के लिए उमड़ पड़े हैं। मीडिया में प्रकाशित हुई हिमाचल प्रदेश के मनाली और शिमला, उत्तराखंड के मसूरी, दिल्ली में सदर बाजार और लक्ष्मी नगर की तस्वीरों में सामाजिक दूरी के नियमों का पालन किये बगैर तथा मास्क पहने बगैर चारों ओर बड़ी संख्या में लोग घूमते नजर आ रहे हैं।’’
उन्होंने कोविड से बचाव के लिए नियमों का पालन करने और टीका लगवाने पर जोर देते हुए कहा, ‘‘लोगों को यह समझने की जरूरत है कि वायरस और रोग अब भी मौजूद है। लोग हिल स्टेशनों और बाजारों में बगैर सामाजिक दूरी रखे तथा बगैर मास्क पहने घूम रहे हैं, जो महामारी से निपटने में अब तक मिली कामयाबी पर पानी फेर देगा।’’
भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) निदेशक बलराम भार्गव ने हिल स्टेशनों और बाजारों की तस्वीरों को डराने वाली बताते हुए कहा कि देश में कुछ राज्य अब भी कोविड-19 की दूसरी लहर के खिलाफ संघर्ष कर रहे हैं।
अग्रवाल ने कहा कि भारत में कोविड के 80 प्रतिशत नये मामले 14 राज्यों के 90 जिलों से हैं।
वहीं, सूत्रों के मुताबिक स्वास्थ्य मंत्रालय इन 14 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को पत्र लिख रहा है।
एक सूत्र ने बताया कि शिमला और मनाली में कोविड से जुड़े नियमों का धड़ल्ले से उल्लंघन किये जाने को लेकर हिमाचल प्रदेश सरकार को भी मंत्रालय द्वारा पत्र लिखे जाने की संभावना है।
मंत्रालय ने कहा कि कोविड-19 की दूसरी लहर ज्यादातर राज्यों में मंद पड़ गई है। हालांकि, कुछ राज्य अब भी दूसरी लहर के बीच में है और जिन इलाकों में कोविड-19 की जांच में 10 प्रतिशत नमूनों में संक्रमण की पुष्टि हो रही है, वहां पाबंदियां लगानी होगी।
एक वरिष्ठ अधिकारी ने महामारी की और टीकाकरण की स्थिति पर संयुक्त संवाददाता सम्मेलन में कहा कि 17 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में करीब 73 जिलों में 29 जून से पांच जुलाई तक के सप्ताह में संक्रमण की पुष्टि की दर 10 प्रतिशत से अधिक दर्ज की गई है।
उन्होंने कहा कि देश में कुल 91 जिलों में चार जुलाई को समाप्त हुए सप्ताह में प्रतिदिन 100 से अधिक नये मामले सामने आए।
अधिकारी ने कहा कि भारत में कोविड के 80 प्रतिशत मामले 14 राज्यों एवं केंद्र शासित प्रदेशों के 90 जिलों में सामने आए हैं, जिससे यह संकेत मिलता है कि इन इलाकों में कहीं अधिक ध्यान देने की जरूरत है।
भार्गव ने कहा कि कोविशील्ड पर आईसीएमआर के ताजा अध्ययन में यह प्रदर्शित हुआ है कि यह डेल्टा स्वरूप के खिलाफ कारगर है।
उन्होंने एक सवाल के जवाब में कहा कि यह एक स्थापित तथ्य है कि कोविड के चलते रक्त के थक्के जमने की संभावना रहती है।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने मंगलवार को कहा कि संक्रमण से और 553 लोगों की मौत हो गई है, हालांकि करीब 90 दिनों में यह सबसे कम संख्या है। वहीं, 34,703 नये मामले सामने आए हैं जो 111 दिनों में सबसे कम है।
नये मामलों के साथ अब तक संक्रमित हुए लोगों की कुल संख्या बढ़कर 3,06,19,932, हो गई, जबकि मृतक संख्या 4,03,281 पहुंच गई है। वहीं उपचाराधीन मरीजों की संख्या घट कर 4,64,357 रह गई है।
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