हैदराबाद में रामनवमी के जुलूस में लहराई गई नाथूराम गोडसे की तस्वीर, भाजपा के निलंबित विधायक टी राजा सिंह ने गोशामहल में निकाली थी शोभा यात्रा
By आशीष कुमार पाण्डेय | Published: March 31, 2023 10:44 AM2023-03-31T10:44:59+5:302023-03-31T11:11:27+5:30
हैदराबाद में भाजपा के निलंबित विधायक टी राजा सिंह के नेतृत्व में निकाली गई रामनवमी के जुलूस में सार्वजनिक तौर पर महात्मा गांधी के हत्यारे नाथूराम गोडसे का महिमा मंडन किया गया और गोडसे की तस्वीरों को प्रदर्शन किया गया।
हैदराबाद: तेलंगाना की राजधानी और एआईएमआईएम चीफ असदुद्दीन ओवैसी के संसदीय क्षेत्र हैदराबाद में बीते गुरुवार को उस समय स्थिति बेहद तनावपूर्ण हो गई जब भाजपा के निलंबित विधायक टी राजा सिंह के नेतृत्व में निकाली गई रामनवमी के जुलूस में सार्वजनिक तौर पर महात्मा गांधी के हत्यारे नाथूराम गोडसे का महिमा मंडन करते हुए तस्वीर को प्रदर्शित किया गया।
समाचार वेबसाइट नेशनल हेराल्ड के अनुसार जहरीले बयानों के कारण विवादों में रहने वाले भाजपा से निलंबित विधायक टी राजा सिंह की अगुवाई में निकली रामनवमी शोभा यात्रा में कुछ युवा गीत-संगीत की धुन पर नाच रहे थे और साथ में भगवा झंडा लिये नाथूराम गोडसे की तस्वीर भी लहरा रहे थे।
बताया जा रहा है कि शोभा यात्रा में शामिल हुए सैकड़ों की संख्या में युवा टी राजा सिंह की मौजूदगी में आपत्तिजनक नारे लगा रहे थे। यह शोभा यात्रा सीतारामबाग के एक मंदिर से शुरू हुई और विधायक राजा सिंह के विधानसभा क्षेत्र गोशामहल के कई इलाकों से गुजरी। इस दौरान हैदराबाद पुलिस ने शोभा यात्रा के रास्ते में सैकड़ों पुलिसकर्मियों को तैनात किया था ताकि कोई अप्रिय स्थिति न पैदा होने पाये। इसके अलावा पुलिस सीसीटीवी कैमरों और ड्रोन के जरिये पूरे गोशामहल इलाके की जमीनी और हवाई निगरानी भी कर रही थी।
पुलिस आयुक्त सीवी आनंद जिला पुलिस मुख्यालय में बने इंटीग्रेटेड कमांड एंड कंट्रोल सेंटर के जरिये पूरे शोभा यात्रा पर निगाह बनाये हुए थे साथ में वो यात्रा के लिए तैनात किये गये पुलिसकर्मियों को जरूरी आदेश भी दे रहे थे।
मालूम हो कि भाजपा के निलंबित विधायक राजा सिंह को पिछले साल 25 अगस्त को हैदराबाद पुलिस ने मुसलमानों की धार्मिक भावनाओं को आहत करने वाली आपत्तिजनक टिप्पणियों के आरोप में गिरफ्तार करके जेल भेजा था। जिसके बाद भाजपा ने उन्हें पार्टी से निलंबित कर दिया था।
हेट स्पीच के मामले में गिरफ्तारी के बाद विधायक राजा ने दो महीने जेल में बिताया और उन्हें पिछले साल नौ नवंबर को तेलंगाना हाईकोर्ट के आदेश पर जेल से रिहा किया गया था। हाईकोर्ट ने पुलिस आयुक्त के गिरफ्तारी संबंधी आदेश को रद्द करते हुए राजा को जमानत पर रिहा करने का आदेश दिया था, लेकिन साथ में उन्हें चेतावनी भी दी थी कि वो भविष्य में समुदाय विशेष के खिलाफ कोई भाषण या टिप्पणी नहीं करेंगे, जिससे समाज में दो समुदायों के बीच नफरत पैदा हो।
लेकिन हाईकोर्ट की चेतावनी को दरकिनार करते हुए टी राजा सिंह ने रिहाई के कुछ ही महीनों के बाद फिर से विवादित बयान देना शुरू कर दिया। राजा ने बीते 29 जनवरी को मुंबई में आयोजित एक कार्यक्रम में फिर से समुदाय विशेष के खिलाफ आपत्तिजनक बातें कहीं।
जिसको आधार बनाते हुए मुंबई पुलिस ने चार दिनों के बाद राजा के खिलाफ मामला दर्ज किया था। जिसमें मुंबई पुलिस ने विधायक राजा के खिलाफ कथित रूप से भड़काऊ बयान देने के आरोप में भारतीय दंड संहिता की धारा 153ए(आई)(ए) के तहत केस दर्ज किया है।