बिहार में CAA और NRC के समर्थन में सड़कों पर उतरे लोग, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के समर्थन में लगाए नारे
By एस पी सिन्हा | Published: December 23, 2019 02:16 AM2019-12-23T02:16:59+5:302019-12-23T02:16:59+5:30
पटना के बख्तियारपुर में बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने सीएए के समर्थन में जुलूस निकाला. इस दौरान पीएम नरेंद्र मोदी जिंदाबाद के नारे भी लगे. जबकि मुजफ्फरपुर में नागरिक मंच ने सीएए और एनआरसी के समर्थन में बाइक रैली निकाली.
बिहार में नागरिकता संधोधन कानून (सीएए) व राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर (एनआरसी) के विरोध के साथ इसका समर्थन भी तेज है. सूबे में बीते कुछ दिनों के दौरान लगातार इसके विरोध में राजनीतिक दलों के बंद व धरना प्रदर्शन हुए हैं. इसके खिलाफ आंदोलन के बीच इसके पक्ष में भी लोग सडकों पर उतरने लगे हैं. आज पटना, मुजफ्फरपुर, गया व किशनगंज सहित कई जगहों पर इसके समर्थन में जुलूस निकाले गए. इस दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के समर्थन में नारे भी लगाए गए.
प्राप्त जानकारी के अनुसार किशनगंज में मदरसा अंजुमन इस्लामिया में एआइएमआइएम के प्रदेश अध्यक्ष अख्तरूल ईमान व कांग्रेस विधायक तौसीफ आलम समेत विभिन्न राजनीतिक दलों के नेताओं व जनप्रतिनिधियों ने बैठक कर विरोध किया. यहां कई जगह लोगों ने सीएए व एनआरसी का विरोध भी किया. जबकि किशनगंज में ही सीएए के समर्थन में नागरिक एकता मंच ने रैली निकाली.
रैली में बडी संख्या में विभिन्न संगठनों के लोग शामिल रहे. उधर, सीएए के समर्थन में कटिहार में भी रैली निकाली गई. वहीं, पटना के बख्तियारपुर में बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने सीएए के समर्थन में जुलूस निकाला. इस दौरान पीएम नरेंद्र मोदी जिंदाबाद के नारे भी लगे. जबकि मुजफ्फरपुर में नागरिक मंच ने सीएए और एनआरसी के समर्थन में बाइक रैली निकाली.
नागरिक मंच के तत्वावधान में निकाली गई यह रैली शहर के कई हिस्सों में गई. इसका नेतृत्व कर रहे राजन भारद्वाज ने बताया कि नागरिकता कानून देशहित में है. इसकी जानकारी के बिना कुछ लोग उकसावे में आकर विरोध कर रहे हैं. वे इस कानून को समझें, फिर विरोध करें. उधर, गया में भी सीएए व एनआरसी के समर्थन में कुछ संगठनों ने विशाल जुलूस निकाला.
जुलूस कडी सुरक्षा व्यवस्था के बीच गया शहर के गांधी मैदान से निकलकर स्वराजपुरी रोड होते हुए गया रेलवे स्टेशन से गुजरी. इसतरह से बिहार के कई जिलों में इसके समर्थन में लोग सडकों पर उतरे, हालांकि इसका कहीं से किसी ने विरोध नही किया, जिसके चलते स्थिती शांत बनी रही.