प्रदूषण से लोगों की मृत्यु हो रही हैं और जीवन स्तर कम हो रहा है, एम्स के पूर्व निदेशक ने किया आगाह, सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर
By अनिल शर्मा | Updated: November 4, 2022 13:26 IST2022-11-04T13:10:22+5:302022-11-04T13:26:06+5:30
गौरतलब है, नोएडा-ग्रेटर नोएडा के स्कूलों ने बढ़ते प्रदूषण को देखते हुए कक्षा 1-8 के छात्रों के लिए 8-नवंबर तक ऑनलाइन कक्षाएं आयोजित करने का फैसला लिया है।

प्रदूषण से लोगों की मृत्यु हो रही हैं और जीवन स्तर कम हो रहा है, एम्स के पूर्व निदेशक ने किया आगाह, सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर
नई दिल्लीःदिल्ली और आस-पास के क्षेत्रों में बढ़ते प्रदूषण ने सरकार की चिंता बढ़ा दी है। दिल्ली में वायु प्रदूषण के बीच मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने प्राथमिक स्कूलों को शनिवार से स्थिति सुधरने तक बंद करने के निर्देश जारी कर दिए। वहीं वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग ने दिल्ली-एनसीआर में ग्रेडेड रिस्पॉन्स ऐक्शन प्लान के स्टेज-4 के तहत उपायों को लागू करने का फैसला लिया है।
वायु प्रदूषण को हम एक साइलेंट किलर कह सकते हैंः एम्स के पूर्व निदेशक
इस बीच एम्स (AIIMS) के पूर्व निदेशक डॉ. रणदीप गुलेरिया ने प्रदूषण को बहुत गंभीर बताते हुए कहा कि बच्चे, बुजुर्ग, जिनके के फेफड़े और हार्ट कमजोर हैं उनको ऐसी जगहों पर नहीं जाना चाहिए जहां प्रदूषण ज्यादा है। गुलेरिया ने कहा कि लोगों को अगर बाहर जाना है तो दिन में जाएं जब धूप निकल गई हो और मास्क लगा कर जाएं। वायु प्रदूषण को हम एक साइलेंट किलर कह सकते हैं।
एम्स के पूर्व निदेशक ने साफ-साफ कहा है कि प्रदूषण से लोगों की मृत्यु हो रही हैं और जीवन स्तर कम हो रहा है। उन्होंने कहा, AIIMS में वायु प्रदूषण बढ़ते ही सांस की तकलीफ वाले मरीजों की संख्या बढ़ जाती है। गर्भवती महिलाओं और होने वाले बच्चों पर भी इसका बुरा असर होता है।
दिल्ली में कल से प्राइमरी स्कूल बंद
दिल्ली-एनसीआर में प्रदूषण की बिगड़ती स्थिति को देखते हुए मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने प्राइमरी स्कूलों को कल से बंद करने का फैसला किया। केजरीवाल ने शुक्रवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में इसका ऐलान किया। सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा है कि पांचवीं से ऊपर के स्कूलों में आउटडोर ऐक्टिविटीज बंद रहेंगी। गौरतलब है, नोएडा-ग्रेटर नोएडा के स्कूलों ने बढ़ते प्रदूषण को देखते हुए कक्षा 1-8 के छात्रों के लिए 8-नवंबर तक ऑनलाइन कक्षाएं आयोजित करने का फैसला लिया है।
बच्चे, बुजुर्ग, जिनके के फेफड़े और हार्ट कमजोर हैं उनको ऐसी जगहों पर नहीं जाना चाहिए जहां प्रदूषण ज्यादा है। जाना है तो दिन में जाएं जब धूप निकल गई हो और मास्क लगा कर जाएं। वायु प्रदूषण को हम एक साइलेंट किलर कह सकते हैं: AIIMS के पूर्व निदेशक डॉ.रणदीप गुलेरिया, दिल्ली pic.twitter.com/tLvtffMezg
— ANI_HindiNews (@AHindinews) November 4, 2022
दिल्ली-एनसीआर में पॉल्यूशन ऐक्शन प्लान का स्टेज 4 लागू
उधर, वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग ने दिल्ली-एनसीआर में ग्रेडेड रिस्पॉन्स ऐक्शन प्लान के स्टेज-4 के तहत उपायों को लागू करने का फैसला लिया है। इसके तहत इलेक्ट्रिक और सीएनजी के अलावा आवश्यक वस्तुओं से जुड़े ट्रकों को छोड़कर अन्य ट्रकों के प्रवेश पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। यही नहीं बीएस-VI वाहनों के अलावा डीजल वाले चार पहिया हल्के मोटर वाहन और निर्माण कार्य प्रतिबंधित रहेंगे।
प्रदूषण को लेकर सुप्रीम कोर्ट में याचिका
दिल्ली और एनसीआर में बढ़ते प्रदूषण को लेकर सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की गई है। याचिका में एससी से तत्काल हस्तक्षेप की मांग की गई है। सुप्रीम कोर्ट ने याचिका को स्वीकार करते हुए 10 नवंबर को सुनवाई की तारीख तय की है। गौरतलब है, गुरुवार को दिल्ली का वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 450 दर्ज हुआ जो 'गंभीर' श्रेणी में आता है।