राजस्थान के अलवर में मॉब लिंचिंग में मारे गए पहलू खान के खिलाफ पुलिस ने दो साल बाद चार्जशीट दायर की है। इसे लेकर सूबे के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा है कि अगर जरूरत पड़ी तो दोबारा केस खुलवाया जाएगा। सीएम गहलोत ने कहा, ''पिछली बीजेपी सरकार के दौरान इसे मामले की जांच की गई थी और चार्जशीट पेश की गई थी। अगर जांच में कोई गड़बड़ी पाई जाती है तो मामले की फिर से जांच की जाएगी।''
बता दें राजस्थान पुलिस द्वारा दायर की गई चार्जशीट को लेकर कांग्रेस पार्टी को घेरा जा रहा है। ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) नेता असदुद्दीन ओवैसी ने कहा, ''मैं राजस्थान के मुसलमानों से कहता हूं कि कांग्रेस का समर्थन करना बंद करो, जिसने हमेशा तुम्हें धोखा दिया है। जब भी वे सत्ता में आते हैं तो भाजपा की प्रतिकृति बन जाते हैं। जब वे विपक्ष में होते हैं तो मगरमच्छ के आंसू बहाते हैं लेकिन जब सत्ता में आते हैं तो वे भाजपा का काम पूरा करते हैं।''
ओवैसी ने कहा, ''यह कांग्रेस का दोहरा चेहरा है, जब पहलू खान पर हमला हुआ था तब कांग्रेस ने निंदा की थी। यह अशोक गहलोत सरकार द्वारा निंदनीय कार्य है। राजस्थान के मुसलमानों से कहता हूं कि कांग्रेस का समर्थन करना बंद करो जिसने हमेशा धोखा दिया।''
मशहूर शायर राहत इंदौरी ने अपने आधिकारिक हैंडल से ट्वीट कर इस मामले पर जोरदार तंज कसा है। उन्होंने ट्वीट में लिखा, ''मेरे हुजरे में नहीं, और कहीं पर रख दो, आसमां लाये हो, ले आओ ज़मीं पर रख दो... अब कहाँ ढूंढ़ने जाओगे हमारे कातिल, आप तो क़त्ल का इल्ज़ाम हमीं पर रख दो, अपने शेर के जरिए प्रतिक्रिया जाहिर की है।''
बीजेपी नेता ज्ञान देव अहूजा ने कहा, ''स्थानीय लोगों ने पहलू खान का वाहन पकड़ा था जिसमें वह गौ तस्करी कर रहा था और उन्होंने उसे केवल रोका था। पुलिस हिरासत में उसकी मौत हुई थी, स्थानीय लोगों ने उसे नहीं पीटा था। अब जब उसके खिलाफ चार्जशीट दायर हुई है तो कांग्रेस क्रेडिट ले रही है लेकिन उस समय कांग्रेस ने उसके परिवार को आर्थिक मदद दी थी।''
उन्होंने कहा, ''पहलू खान, उसके भाई और बेटे आदतन अपराधी थे और लगातार गौ तस्करी में शामिल थे। गौ रक्षकों और हिंदू परिषद पर लगाए गए सारे आरोप गलत थे।''
बता दें कि एक अप्रैल 2017 तो राजस्थान से हरियाणा के नूंह स्थित अपने घर के लिए निकले पहलू खान, उनके भाई और बेटे कथित गौ तस्करों की नजर में आ गए थे। उन लोगों ने पहलू खान और भाइयों और बेटों पर कथित तौर पर हमला कर दिया। तीन दिन बाद पहलू खान की मौत हो गई थी।
पुलिस ने दो एफआईआर दर्ज की थीं। एक एफआईआर पहलू खान पर हमला करने वाले आठ लोगों के खिलाफ, जिन्हें जमानत पर रिहा कर दिया गया था। पुलिस ने एक एफआईआर पहलू खान और उनके भाइयों और बेटों के खिलाफ भी दर्ज की थी। आरोप लगाया गया था कि पहलू खान बिना कलेक्टर की इजाजत मवेशी ले जा रहे थे। वहीं उनके बेटे ने कहा था कि कागज दिखाने के बाद भी उन लोगों ने उसके पापा को नहीं बख्शा था।