उत्तर प्रदेश में बारिश और बाढ़ से मरने वालों की संख्या पिछले पांच दिनों में 100 से ज्यादा हो चुकी है। यूपी के कई इलाकों में बारिश से आज भी राहत के आसार नहीं है। मौसम विभाग ने आगरा समेत फिरोजाबाद, जालौन, कन्नौज, कानपुर, उन्नाव, बिजनौर आदि जगहों पर बारिश की आशंका जताई है। दूसरी ओर बिहार में भी बाढ़ से निपटने की कोशिशें जारी हैं। देश भर में वर्षा जनित हादसों में मरने वाले लोगों की संख्या 148 पर पहुंच गई हैं। पिछले सप्ताह से अब तक उत्तर प्रदेश में 111 और बिहार में 30 से ज्यादा लोगों की की मौत हुई है।
बिहार बाढ़: एनडीआरएफ की 22 टीमें तैनात
बिहार में बाढ़ बिगड़े हालात पर काबू पाने के लिए एनडीआरएफ 22 टीमें तैनात की गई है। इसमें 6 टीमें केवल पटना में लगी है। बिहार में आये बाढ़ की स्थिति का जायजा लेने के लिए राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन समिति की भी बैठक हुई। बैठक की अध्यक्षता कैबिनेट सचिव राजीव गौबा ने की।
पटना में सोमवार को बारिश में कमी से थोड़ी राहत जरूर मिली है। पटना के राजेंद्र नगर, एसके पुरी समेत कई इलाकों से मोटर के जरिए पानी निकालने का काम जारी है। साथ ही पटना में घरों में फंसे लोगों के लिए खाना और पीने का पानी भेजने का काम भी लगातार जारी है।
पटना में हेलिकॉप्टर से गिराई गई राहत सामग्री, 6000 से अधिक लोगों को निकाला गया
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सोमवार को हालात का जायजा लेने के लिए पटना का हवाई दौरा किया था। वहीं पानी में फंसे लोगों के लिये वायुसेना के हेलिकॉप्टर की मदद से खाने के पैकेट और दूसरी राहत सामग्री गिराई गयी।
एनडीआरएफ के अनुसार सोमवार को जलमग्न इलाकों से महिलाओं और बच्चों सहित चार हजार से अधिक लोगों को सुरक्षित बाहर निकाला गया। आज भी बचावकार्य जारी है। राजधानी पटना के इलाकों जैसे राजेन्द्र नगर, कंकड़बाग, पत्रकार नगर, हनुमान नगर और मलाही पकड़ी में सामान्य जनजीवन सबसे ज्यादा प्रभावित हुआ है। अधिकतर स्थानों में जलजमाव के कारण लोग अपने घरों में फंसे हुए हैं।
यूपी: वाराणसी में सुधरे हालात
यूपी में पिछले एक हफ्ते में बाढ़ और बारिश से मरने वालों की संख्या 111 हो गई है। हालांकि सोमवार को बारिश में आई कमी और निकली धूप कई जगहों के लिए राहत लेकर आई। वाराणसी में भी रविवार सुबह से बारिश नहीं हुई है और इसलिए जमा हुए पानी को निकालने में मदद मिल रही है। हालांकि, अब भी हल्की बारिश की आशंका बनी हुई है लेकिन अब इसके खतरनाक स्थिति तक पहुंचने की संभावना कम ही है।
वाराणसी में तीन दिन के बंद के बाद स्कूल-बाजार भी खुल गये। बलिया में रविवार को काफी बारिश दर्ज की गई थी और वहां अब भी हालात को सुधारने की कोशिश जारी है। गौरतलब है कि बलिया में बाढ़ से हालात ये हो गये थे कि जेल में बंद कैदियों को आजमगढ़ जेल शिफ्ट करने की कवायद शुरू करनी पड़ी थी। कुछ कैदियों को अंबेडकरनगर जेल में भी शिफ्ट किया गया।