पाकिस्तानी आर्मी चीफ बाजवा को गले लगाने पर कांग्रेस नेता और पूर्व क्रिकेटर सिद्धू ने दी ये सफाई
By भाषा | Published: August 21, 2018 07:02 PM2018-08-21T19:02:21+5:302018-08-21T19:02:21+5:30
पड़ोसी देश के सेना प्रमुख को गले लगाने के बाद सिद्धू विवादों में घिर गए थे और विपक्षी भाजपा तथा अकाली दल के अलावा पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने भी सिद्धू की आलोचना की थी।
नई दिल्ली, 21 अगस्त: पंजाब के मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू ने अपनी हालिया इस्लामाबाद यात्रा के दौरान पाकिस्तानी सेना प्रमुख से गले मिलने का आज बचाव किया। उन्होंने कहा कि वह यह सुनकर भावुक हो गए थे कि सिख श्रद्धालुओं को सीमा पार एक धार्मिक स्थल तक जाने की अनुमति मिल सकती है।
पाकिस्तानी प्रधानमंत्री इमरान खान के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने के बाद लौटे सिद्धू ने अपनी भावुक प्रतिक्रिया की तुलना प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की 2015 की लाहौर यात्रा से की जब मोदी तत्कालीन पाकिस्तानी प्रधानमंत्री नवाज शरीफ से गले मिले थे।
क्रिकेटर से नेता बने सिद्धू ने कहा कि उनकी यह यात्रा ‘‘राजनीतिक’’ नहीं थी और यह एक दोस्त की ओर से गर्मजोशी भरे आमंत्रण पर की गयी थी। उन्होंने कहा कि पाकिस्तानी सेना प्रमुख जनरल कमर जावेद बाजवा ने उन्हें बताया कि पाकिस्तान गुरदासपुर जिले में डेरा बाबा नानक से करतारपुर साहिब के लिए रास्ता खोलने का प्रयास कर रहा है। यह सुनकर वह भावुक हो गए।
पड़ोसी देश के सेना प्रमुख को गले लगाने के बाद सिद्धू विवादों में घिर गए थे और विपक्षी भाजपा तथा अकाली दल के अलावा पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने भी सिद्धू की आलोचना की थी।
चंडीगढ़ में सिद्धू के संवाददाता सम्मेलन के बाद भी भाजपा ने एक बार फिर उनकी आलोचना की। उन्होंने कहा, ‘‘जनरल बाजवा के यह कहने के बाद, वह एक भावुक क्षण बन गया, जिसका नतीजा (एक दूसरे को गले लगाना) सभी ने देखा। कार्यक्रम में उस छोटी मुलाकात के बाद, जनरल बाजवा के साथ मेरी कोई मुलाकात नहीं हुई।’’
सिद्धू ने कहा कि वह स्पष्ट करना चाहते हैं कि उनकी इस्लामाबाद यात्रा एक दोस्त की ओर से गर्मजोशी भरे आमंत्रण पर की गयी थी। उन्होंने संवाददाता सम्मेलन की शुरुआत में कहा, ‘‘वह दोस्त, जिसने अपने जीवन में कड़ी मेहनत और संघर्ष किया। वह जो आज उस पद पर पहुंचा है जो सम्मानित है और वह करोड़ों लोगों की किस्मत बदल सकता है।’’ सिद्धू ने कहा कि करोड़ों श्रद्धालु करतारपुर साहिब जाने की प्रतीक्षा कर रहे हैं जहां गुरू नानक देव 18 साल बिताए।उन्होंने कहा कि जनरल से मुलाकात और भावुक प्रतिक्रिया के बाद हो रही आलोचना से वह दुखी हैं।
मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने हाल ही में कहा था, ‘‘मुझे लगता है कि पाकिस्तानी सेना प्रमुख के लिए उन्होंने जो प्यार दिखाया वह गलत था।’’
सिद्धू ने उम्मीद जतायी कि भारत और पाकिस्तान बातचीत के जरिए अपने मतभेद दूर कर सकते हैं और व्यापार एवं अन्य क्षेत्रों में आपसी अदान-प्रदान को बढ़ावा दे सकते हैं। सिद्धू ने कहा कि इमरान ऐसे दोस्त हैं जो दोनों देशों के बीच लंबे समय से जारी तनाव से राहत दिलवाने में अहम भूमिका निभा सकते हैं।