इस्लामाबाद:पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने रविवार को आरोप लगाया कि वरिष्ठ अमेरिकी राजनयिक डोनाल्ड लू अविश्वास प्रस्ताव के जरिये उनकी सरकार को गिराने की ''विदेशी साजिश'' में शामिल थे।
नेशनल असेंबली के उपाध्यक्ष द्वारा विपक्ष के अविश्वास प्रस्ताव को खारिज किए जाने के बाद यहां पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के नेताओं की बैठक को संबोधित करते हुए खान ने कहा कि राष्ट्रीय सुरक्षा समिति की बैठक के दौरान भी यह पाया गया था कि अविश्वास प्रस्ताव के जरिये देश की आंतरिक राजनीति में हस्तक्षेप का प्रयास किया गया।
उन्होंने आरोप लगाया कि अमेरिकी विदेश विभाग में दक्षिण एशियाई मामलों को देखने वाले शीर्ष अमेरिकी राजनयिक डोनाल्ड उनकी सरकार गिराने की ''विदेशी साजिश'' में शामिल थे। पाकिस्तान के विपक्षी दलों के नेताओं ने खान के आरोप को बेबुनियाद करार दिया जबकि अमेरिका ने आरोपों को खारिज किया।
खान ने दावा किया कि लू ने अमेरिका में पाकिस्तानी दूत असद मजीद को चेतावनी दी थी कि अगर पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नेशनल असेंबली में अविश्वास प्रस्ताव से बच गए तो इसके परिणाम भुगतने होंगे।
उन्होंने कहा कि एनएससी की बैठक में अमेरिका में पाकिस्तान के राजदूत और अमेरिकी अधिकारियों के बीच एक बैठक के संबंध में जानक्रि साझा किए गई।
आधिकारिक एपीपी समाचार एजेंसी ने खान के हवाले से कहा कि देश की आंतरिक राजनीति में हस्तक्षेप करने के लिए पाकिस्तान के बाहर एक योजना बनाई गई थी, जब सर्वोच्च राष्ट्रीय सुरक्षा निकाय ने इसकी पुष्टि की, तो यह अप्रासंगिक हो गया कि विधानसभा में विपक्ष की कितनी संख्या थी।
उन्होंने दावा किया कि उक्त देश के दूतावास के अधिकारी भी दलबदल कर चुके पीटीआई सदस्यों के संपर्क में हैं।
उन्होंने दावा किया कि उक्त देश के दूतावास के अधिकारी भी दलबदल करने वाले पीटीआई सदस्यों के संपर्क में थे। खान ने कहा कि उनके खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव एक विदेशी साजिश थी और उन्होंने अल्लाह को धन्यवाद दिया कि यह विफल हो गया।
(समाचार एजेंसी भाषा से इनपुट के साथ)