करतारपुर कॉरिडोर के उद्घाटन से पहले पाकिस्तान की ओर से रिलीज किये गये एक वीडियो में खालिस्तानी नेता रहे भिंडरांवाला को दिखाये जाने पर पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने तीखी प्रतिक्रिया दी है। अमरिंदर सिंह ने कहा कि वे पहले दिन से इस बारे में आगाह कर रहे थे कि यहां भी पाकिस्तान की कोई चाल छुपी हो सकती है।
पाकिस्तान के सूचना और प्रसारण मंत्रालय की ओर से सोमवार को करतारपुर कॉरिडोर के उद्घाटन को लेकर वीडियो जारी किया गया था जिस पर ये विवाद मचा है। दरअसल, पाकिस्तान की ओर से जो वीडियो जारी किया गया है उसके एक क्लिप में अलगाववादी और खालिस्तानी नेता जरनैल सिंह भिंडरांवाला, मेजर जनरल शाबेग सिंह और अमरीक सिंह की तस्वीरें नजर आ रही हैं।
पाकिस्तान के वीडियो पर क्यों मचा है विवाद
पाकिस्तान के वीडियो में जिन तीन अलगाववादी और खालिस्तानी नेताओं को दिखाया गया है, वे सभी जून-1984 में अमृतसर में स्वर्ण मंदिर में हुए ऑपरेशन ब्लूस्टार में भारतीय सेना द्वारा मारे गये थे। वीडियों में तीनों खालिस्तानी अलगाववादियों की तस्वीर लगे एक पोस्टर को बैकग्राउंड में दर्शाया गया है जिस पर 'खालिस्तान 2020' लिखा है। यह वीडियो 4 मिनट का है और सोमवार को इसे रिलीज किया गया था।
बता दें कि भिंडरांवाला सिख संप्रदाय के धार्मिक संस्था दमदमी टकसाल का प्रमुख था। मेजर जनरल शाबेग भारतीय में था, जो 1984 में खालिस्तानी आंदोलन से जुड़ गया था। सेवानिवृत्ति के ठीक पहले उसे भ्रष्टाचार के आरोपों में उसके पद से हटाया गया था। अमरीक सिंह खालसा खालिस्तानी छात्र नेता था, जिसने अब बैन हो चुके ऑल इंडिया सिख स्टूडेंट्स फेडरेशन (AISSD) का नेतृत्व किया था।
विवादित वीडियो पाकिस्तान की ओर से रिलीज किया गया है। इसमें सिख श्रद्धालुओं को पाकिस्तान के विभिन्न गुरुद्वारों में जाते हुए दिखाया जा रहा है। इस वीडियो में मुस्लिमों और सिखों के बीच सौहार्द की भी बात की गई है। साथ ही नवजोत सिंह सिद्धू और केंद्रीय मंत्री हरसिमरत कौर बादल भी दिखाई दे रही हैं।
इस सप्ताह ही करतारपुर गलियारे का उद्घाटन होना है। गुरुद्वारा ननकाना साहिब उस स्थान पर है, जहां गुरु नानक देव का जन्म हुआ था। वर्ष 2019 को उनके 500वें प्रकाश पर्व या जयंती वर्ष के रूप में मनाया जा रहा है। गुरु नानक देव की 550वीं जयंती 12 नवंबर को है और इससे पहले नौ नवंबर को करतारपुर गरियारे का उद्घाटन किया जाएगा।