लाइव न्यूज़ :

LOC पर 20 दिनों से लगातार आग उगल रहे हैं पाकिस्तानी तोपखाने, गोलाबारी का मुहंतोड़ जवाब दे रही है भारतीय सेना

By सुरेश एस डुग्गर | Updated: January 22, 2021 17:18 IST

पिछले साल संघर्ष विराम के मामलों में प्रदेश में दर्जनें लोगों की मौतें हुई व अढ़ाई सौ के करीब घायल हुए। जबकि वर्ष 2017 में सीमा पर संघर्ष विराम के 971 मामलों में 19 सुरक्षाकर्मियों समेत 31 लोग मारे गए व 151 घायल हुए थे।

Open in App
ठळक मुद्देनए साल के बाद से ही पाकिस्तान सीमा पर खून-खराबा करने से बाज नहीं आ रहा।आईबी पर सीमा सुरक्षाबल व एलओसी पर सेना कड़ी चौकसी बरत रही है। वर्ष 2018 के मुकाबले सीमा पर पाकिस्तान की गोलाबारी में तीन गुणा बढ़त दर्ज हुई है।

जम्मू, 22 जनवरी। पाकिस्तान से सटी 814 किमी लंबी एलओसी तथा 264 किमी लंबी आईबी से सटे इलाकों में रहने वाले लाखों सीमावासियों के लिए नया वर्ष कभी खुशियां नहीं लाया हे। कारण स्पष्ट है। पाक सेना ने हमेशा ही नए साल की ‘खुशियां’ भारतीय नागरिक ठिकानों पर गोले बरसा कर मनाई हैं। इस बार तो यह ‘खुशी मनाने का जश्न’ कुछ ज्यादा ही लंबा हो गया है क्योंकि 20 दिनों से एलओसी और आईबी पर गोले बरसना बंद नहीं हुए हैं।

पिछले 24 घंटों से पुंछ के कई इलाकों को पाक सेना ने तोपों के गोलों से पाट दिया है। जवाबी कार्रवाई भी बराबरी की ही है। हालांकि इस ओर से दावा हमेशा पाक सेना के ठिकानों पर सटीक निशाने लगाने का ही रहा है। यह सच है कि उस पार त्राहि-त्राहि का माहौल है। दर्दभरी दास्तानें इस ओर भी हैं। तभी तो नया वर्ष जम्मू कश्मीर के उन वाशिंदों के लिए कोई खुशी नहीं लाया है जो पिछले 20 दिनों से अपने घरों में इसलिए दुबके बैठे हैं क्योंकि पाक सेना के तोपखाने उन पर आग बरसा रहे हैं। 

एलओसी के कई सेक्टरों में पाक गोलाबारी उन्हें घरों के अंदर दुबकने को मजबूर कर रही है। हालत यह है कि इस अरसे में गोलाबारी का मुहंतोड़ जवाब तो दिया जा रहा है पर बेशर्म पाक सेना हर जख्म पर और ज्यादा बिफरते हुए हमलों को तेज कर रही है। यही नहीं एलओसी तथा इंटरनेशनल बार्डर पर पाकिस्तान की घुसपैठ करवाने की कोशिशें स्पष्ट संकेत हैं कि वह सीमा पर हालात खराब करने के मौके तलाश रहा है। ऐसे में आईबी पर सीमा सुरक्षाबल व एलओसी पर सेना कड़ी चौकसी बरत रही है।

नए वर्ष के साथ ही गोलाबारी शुरू कर पाकिस्तान ने स्पष्ट संकेत दे दिया था कि इस साल भी पाकिस्तान सीमा पर खून-खराबा करने से बाज नहीं आएगा। अब तक इस गोलाबारी में किसी तरह के जानमाल के नुकसान की कोई सूचना नहीं है। बीते वर्ष में पाकिस्तान ने 5246 बार गोले दाग संघर्ष विराम तोड़ते हुए सीमा पर खूब खून बहाया। यह पिछले 16 सालों से सबसे ज्यादा थी। 

टॅग्स :जम्मू कश्मीरएलओसीभारत
Open in App

संबंधित खबरें

भारतबाबासाहब ने मंत्री पद छोड़ते ही तुरंत खाली किया था बंगला

भारतIndiGo Crisis: इंडिगो ने 5वें दिन की सैकड़ों उड़ानें की रद्द, दिल्ली-मुंबई समेत कई शहरों में हवाई यात्रा प्रभावित

भारतPutin Visit India: भारत का दौरा पूरा कर रूस लौटे पुतिन, जानें दो दिवसीय दौरे में क्या कुछ रहा खास

भारत‘पहलगाम से क्रोकस सिटी हॉल तक’: PM मोदी और पुतिन ने मिलकर आतंकवाद, व्यापार और भारत-रूस दोस्ती पर बात की

भारतPutin India Visit: एयरपोर्ट पर पीएम मोदी ने गले लगाकर किया रूसी राष्ट्रपति पुतिन का स्वागत, एक ही कार में हुए रवाना, देखें तस्वीरें

भारत अधिक खबरें

भारतHardoi Fire: हरदोई में फैक्ट्री में भीषण आग, दमकल की गाड़ियां मौके पर मौजूद

भारतWest Bengal: मुर्शिदाबाद में ‘बाबरी शैली की मस्जिद’ के शिलान्यास को देखते हुए हाई अलर्ट, सुरक्षा कड़ी

भारतKyrgyzstan: किर्गिस्तान में फंसे पीलीभीत के 12 मजदूर, यूपी गृह विभाग को भेजी गई रिपोर्ट

भारतMahaparinirvan Diwas 2025: कहां से आया 'जय भीम' का नारा? जिसने दलित समाज में भरा नया जोश

भारतMahaparinirvan Diwas 2025: आज भी मिलिंद कॉलेज में संरक्षित है आंबेडकर की विरासत, जानें