पीएम नरेंद्र मोदी की पहल स्वच्छ अभियान को देशभर के लोगों के अंदर सजगता देखने को मिल रही है। ऐसे में स्वच्छ अभियान लेकर बिहार की जिला समिति इतनी गंभीर हो गई कि इसको बढ़ावा देने के चक्कर में अजीब ही कारनामा कर बैठी है।
खबर के मुताबिक बिहार के जमुई जिले में 'स्वच्छ जमुई स्वस्थ जमुई' अभियान के लिए जिला समिति ने पाकिस्तान की बच्ची को इसका ब्रांड एंबेसडर बना दिया। इस प्रकरण के सामने आने के बाद से जिला के जल एवं स्वच्छता समिति की काफी आलोचना की जा रही है।खबर के मुताबिक यहां लोगों को जागरूक करने के लिए जल एवं स्वच्छता समिति ने एक नोटबुक तैयार करवाई है जिसके कवर पेज पर एक छोटी बच्ची की तस्वीर लगाई गई।
इस तस्वीर को लगाने के लिए तत्कालीन डीएम डॉ. कौशल किशोर ने ही स्वीकृति दी थी। ये फोटो बच्ची की एक प्रतियोगिता की और जब इस पर ध्यान दिया गया को पाया गया कि बच्ची पेंटिग प्रतियोगिता में पाकिस्तान का झंडा बना रही है।तस्वीर सामने आने के बाद जब इसकी पड़ताल की गई तो पता चला कि यह बच्ची पाकिस्तान की है और पड़ोसी मुल्क में यूनिसेफ इस तस्वीर का उपयोग शिक्षा के प्रचार-प्रसार में कर रही है।
इतना ही नहीं शिक्षा के लिए पाकिस्तान में इस बच्ची की तस्वीर को एक ब्रांड के रूप में भी इस्तेमाल किया जा रहा है। जिसके बाद जिला समिति की जमकर किरकिरी हुई है। वहीं जब इस मामले में पटना की प्रिंटिंग प्रेस सुप्रभ इंटरप्राइजेज से बात की गई तो उन्होंने बताया कि डीएम की मंजूरी के बाद ही तस्वीर लगाई गई है। जबकि मामला बढ़ने के बाद अब समिति के सदस्य सचिव रामनिरंजन चौधरी ने कहा है कि समिति ने नोटबुक छापने की अनुमति दी थी न की कवर पेज पर पाकिस्तानी बच्ची की फोटो छापने की। उन्होंने कहा कि मामले की जांच चल रही है।