देश के पहले चीफ ऑफ डिफेंस स्टॉफ (सीडीएस) बिपिन रावत के "काउंटर रेडिकलाइजेशन प्रोग्राम " के दौरान दिए गए बयान पर काउंटर करते हुए सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि क्या बदला लेने की बात करने वाले लोगों, योगी व पाकिस्तान जाओ की बात करने वाले मेरठ के एसपी की कट्टरता को बिपिन साहब दूर कर सकते हैं। ओवैसी ने सवाल पूछने के अंदाज में कहा कि लिंचिंग करने वाले लोगों व उनके राजनीतिक आकाओं की कट्टरता को कौन दूर करेगा।
दरअसल, पिछले दिनों चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (CDS) जनरल बिपिन रावत ने कहा था कि हमें कट्टर विचारधारा से निपटना होगा। इसी बयान पर हमला करते हुए ओवैसी ने ये बयान दिया है।
सीडीएस ने कहा था कि जब तब आतंकवाद प्रायोजित करने वाले देश हैं, तब तक हमें इस खतरे का सामना करते रहना होगा। हमें इससे निर्णायक ढंग से निपटना होगा। उन्होंने कहा कि अगर हमें ऐसा लगता है कि आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई खत्म होने वाली है, तो हम गलत हैं।
दिल्ली में '‘रायसीना डायलॉग’ को संबोधित करते हुए सीडीएस चीफ ने कहा कि आतंकवाद खत्म करने के लिए हमें वैसा ही कुछ करना होगा जैसा करना अमेरिका ने 9/11 के बाद शुरू किया था।
ऐसे लोग साथी नहीं हो सकते जो आतंकवाद पर वैश्विक युद्ध में भागीदारी कर रहे हों और आतंकवाद को प्रायोजित भी कर रहे हों। सीडीएस चीफ ने कहा कि आतंकवाद प्रयोजित करने वाले देशों को राजनयिक स्तर पर अलग-थलग करना चाहिए, आतंकवाद के प्रायोजक किसी भी देश को जवाबदेह ठहराना होगा।
जनरल रावत ने तालिबान के साथ बातचीत पर कहा कि आपको सभी के साथ शांतिपूर्ण संबंध स्थापित करने चाहिए लेकिन इस शर्त पर कि आपको आतंकवाद छोड़ना होगा। उन्होंने कहा कि अगर हम सही लोगों को निशाना बनाएं तो ऑनलाइन कट्टरता खत्म कर सकते हैं, हमें कट्टर विचारधारा से निपटना होगा।