नई दिल्ली: भोपाल की बीजेपी सांसद साध्वी प्रज्ञा ने कर्नाटक के शिमोगा में एक बयान देते हुए कहा था कि हिंदुओं को अपने घरों में चाकुओं को धारदार बनाकर रखना चाहिए। 'हिंदू जागरण वेदिका' के दक्षिण क्षेत्र के वार्षिक समारोह में बोलते हुए साध्वी प्रज्ञा ने कहा कि हिंदुओं को उन पर और उनकी गरिमा पर हमला करने वालों को जवाब देने का अधिकार है।
साध्वी प्रज्ञा के इस बयान के बाद से ही देश की राजनीति गरमाई हुई है और अब एआईएमआईएम के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने साध्वी प्रज्ञा के बयान पर तीखी प्रतिक्रिया दी है। ओवैसी ने कहा है, "सिर्फ गोडसे प्रेमी, हेमंत करकरे जैसे वीर को श्राप देने वाले, गले काटने की बात कर सकते हैं। भारत की 1000 वर्ग किलोमीटर ज़मीन पर चीन का कब्ज़ा है, और ये लोग हथियार तेज़ करने की बात कर रहे हैं।"
साध्वी प्रज्ञा ने अपने बयान में समुदाय विशेष पर निशाना साधते हुए आगे कहा था, "लव जिहाद, उनकी जिहाद की परंपरा है। यदि कुछ नहीं है, तो वे 'लव जिहाद' करते हैं। यदि वे प्रेम भी करते हैं तो उसमें भी जिहाद करते हैं। लव जिहाद में शामिल लोगों को उसी तरह जवाब दो। अपनी बेटियों की रक्षा करो, उन्हें सही मूल्य सिखाओ।"
साध्वी प्रज्ञा के बयान के जवाब में चीन का जिक्र करके भाजपा और केंद्र सरकार को घेरने की कोशिश करने वाले असदुद्दीन ओवैसी ने ऐसा पहली बार नहीं किया है। इससे पहले भी चीनी घुसपैठ और सीमा पर भारतीय सैनिकों के साथ चीनी सैनिकों की झड़प के मुद्दे पर ओवैसी काफी मुखर रहे हैं। हाल ही में तवांग में हुई झड़प की घटना के बाद प्रधानमंत्री मोदी को घेरते हुए ओवैसी ने कहा था, "हमारे 56 इंच के सीने वाले प्रधानमंत्री चीन का नाम लेने से इतना घबराते क्यों हैं? क्या वजह है कि ढाई साल से चीन लद्दाख में हमारी जमीन पर कब्जा करके बैठा है और मोदी जी के मुंह से चूं तक नहीं निकलती? इतनी मजबूत सेना है हमारी और इतना डरा हुआ नेता क्यों?"