जब ओशो रजनीश ने कहा था- ताजमहल पुराना हिंदू महल था, दिए थे ये तर्क

By मनाली रस्तोगी | Published: May 25, 2022 12:05 PM2022-05-25T12:05:53+5:302022-05-25T13:22:34+5:30

पहले भी कई बार ताजमहल को लेकर विवाद खड़े हो चुके हैं। ताजमहल को लेकर अब तक कई बार यह दावा किया जा चुका हा कि एक मंदिर को तोड़कर इसका निर्माण किया गया था। ऐसे में आप भी ओशो रजनीश के इस वीडियो इस कहानी के आखिर में सुन सकते हैं।

osho rajneesh lecture on taj mahal said it was old hindu palace which was converted into mausoleum | जब ओशो रजनीश ने कहा था- ताजमहल पुराना हिंदू महल था, दिए थे ये तर्क

जब ओशो रजनीश ने कहा था- ताजमहल पुराना हिंदू महल था, दिए थे ये तर्क

Highlightsओशो रजनीश ने ताजमहल के हिंदू मंदिर होने का दावा किया था। अपने दावों के साथ उन्होंने कुछ तर्क भी सामने रखे थे। 

आगरा: ताजमहल को लेकर पहले भी कई बार विवाद खड़े हो चुके हैं। इस ईमारत को लेकर अब तक कई बार यह दावा किया जा चुका हा कि एक मंदिर को तोड़कर ताजमहल का निर्माण किया गया था। ऐसे में ज्ञानवापी मस्जिद को लेकर जारी विवाद के बीच ताजमहल की चर्चा होना कोई नई बात नहीं है। ऐसे में ओशो रजनीश ने भी ताजमहल के हिंदू मंदिर होने का दावा किया था। अपने दावों के साथ उन्होंने कुछ तर्क भी सामने रखे थे। ओशो रजनीश के इस वीडियो आप कहानी के आखिर में सुन सकते हैं।

सामने आए एक वीडियो में ओशो रजनीश बताते हैं कि जिन बातों को कई बार हम सुनने के आदि हो जाते हैं तो उनसे भिन्न बातों को हम सोचते भी नहीं हैं। उन्होंने बताया था कि ताजमहल जैसी कब्र दुनिया में आजतक किसी ने भी नहीं बनाई और कब्र कभी ऐसी बनाई भी नहीं जाती है। वीडियो में ओशो रजनीश उस प्रचलित कहानी की बात करते हैं, जो यह बताती है कि ताजमहल को शाहजहां ने अपनी बेगम मुमताज महल के लिए बनवाया था। 

कहा जाता है कि अपनी कब्र के लिए मुगल बादशाह ने संगमूसा यानि काले पत्थर का महल जमुना के उस पार बनवाया, लेकिन वो पूरा नहीं हो पाया। ऐसी कथा काफी समय से प्रचलित थी। ओशो आगे कहते हैं कि हाल ही में खोज से ये पता चला है कि जमुना के उस पार जो महल की दीवारें मौजूद हैं वो किसी बनने वाले महल की नहीं बल्कि उस बड़े से महल की दीवारें हैं जो गिर चुका है यानि कि ये खंडहर महल है। 

वीडियो में उन्होंने आगे कहा कि हजारों साल बाद ये बताना मुश्किल है कि जो दीवारें हैं वो किसी बन रहे महल की हैं या फिर गिर चुके महल की हैं क्योंकि काफी समय बाद यह दीवारें खंडहर हो जाती हैं। पिछले 300-400-500 सालों से यही समझा जाता था कि ताजमहल के दूसरी तरफ जो महल अधूरा है उसे शाहजहां बनवा रहा था वो पूरा नहीं हो पाया। हालांकि, अभी जो खोजबीन हुई है उससे ये पता चलता है कि वो महल पूरा था। 

अपने वीडियो में ओशो रजनीश ने ये भी दावा किया है कि नई खोज से ये भी पता चलता है कि ताजमहल शाहजहां ने खुद कभी नहीं बनवाया था। वो हिंदुओं का बहुत पुराना महल है, जिसे सिर्फ बदला गया है। इसमें सिर्फ थोड़ा सा फर्क किया गया है। उन्होंने कहा कि कब्र ऐसी नहीं बनाई जाती क्योंकि ताजमहल के चारों तरफ सिपाहियों के खड़े होने के स्थान हैं। 

यही नहीं, यहां बंदूके और तोपे लगाने के भी स्थान हैं और कब्रों की बंदूकों और तोपों को लगाकर रक्षा नहीं करनी पड़ती। वो महल है पुराना, उसे बस बदला गया है कब्र में। वो दूसरी तरफ भी पुराना महल है, जो गिर गया है। इसके खंडहर दिख रहे हैं।  

Web Title: osho rajneesh lecture on taj mahal said it was old hindu palace which was converted into mausoleum

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