गुवाहाटी, 25 मई कांग्रेस और अखिल गोगोई के रायजोर दल ने मंगलवार को असम के मुख्यमंत्री हिमंत विश्व सरमा के इस बयान को ‘बिल्कुल अनुपयुक्त’ और ‘अपमानजनक’ करार दिया कि जेल में बंद सीएए विरोधी कार्यकर्ता एवं विधायक मानसिक बीमारी के रोगी हैं।
प्रदेश कांग्रेस ने कहा कि मुख्यमंत्री का बयान बड़ा दुर्भाग्यपूर्ण है क्योंकि समाज अब भी मानसिक स्वास्थ्य के मुद्दों पर कलंक से जूझ रहा है।
कांग्रेस ने एक विज्ञप्ति में कहा, ‘‘ विपक्ष के एक नेता, जो इस महान सदन में मौजूद भी नहीं हैं, उनकी मानसिक स्वास्थ्य दशा पर ऐसा बयान बहुत असंवेदनशील, अमर्यादित एवं उस व्यक्ति के लिए अशोभनीय है, जो राज्य में सर्वोच्च पद पर आसीन है। ’’
सरमा पर मरीज की बीमारी को सार्वजनिक करके उसकी निजता का उल्लंघन करने का आरोप लगाते हुए रायजोर दल ने कहा कि इस मामले को उपयुक्त प्राधिकरण के सामने उठाया जाएगा।
मुख्यमंत्री ने विधानसभा के तीन दिवसीय सत्र के आखिरी दिन सोमवार को सदन में कहा था, ‘‘ उन्हें (गोगोई को) बताया गया है कि उनकी मानसिक दशा ठीक नहीं हैं। उनका मानसिक मुद्दों का उपचार चल रहा है । उनका भावनात्मक संतुलन एवं मानसिक रोग को लेकर इलाज चल रहा है। ’’
सत्र के पहले दिन गोगोई विशेष एनआईए अदालत से मंजूरी प्राप्त करके विधायक के रूप में शपथ लेने के लिए विधानसभा आये थे। वह फिलहाल न्यायिक हिरासत में है। आरटीआई कार्यकर्ता से नेता बने गोगोई ने विधानसभा चुनाव से पहले रायजोर दल का गठन किया था।
एनआईए ने असम में संशोधित नागरिक कानून विरोधी हिंसक प्रदर्शन के सिलसिले में उन्हें गिरफ्तार किया था। पिछले साल उन्हें कोविड-19 के उपचार के लिए गुवाहाटी मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में भर्ती कराया गया था। वह अन्य रोगों के चलते अभी वहीं हैं।
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