देश के दूसरे चंद्र अभियान ‘चंद्रयान 2’ के लैंडर के साथ संपर्क टूटने के बाद देश और विदेश में भारतीयों से मिले समर्थन पर इसरो ने सभी देशवासियों का शुक्रिया अदा किया है।
सात सितंबर को चंद्रमा की सतह पर पहुंचने के कुछ ही मिनट पहले इसरो का लैंडर से संपर्क टूट गया था। इसके बाद पूरा देश इसरो और वैज्ञानिकों के साथ खड़ा दिखा था। इसरो ने मंगलवार को ट्वीट किया, ‘‘हमारे साथ खड़े रहने के लिये आपका शुक्रिया। हम दुनियाभर में सभी भारतीयों की आशाओं और सपनों को पूरा करने की कोशिश करते रहेंगे।’’
इसरो ने कहा, ‘‘आसमान छूने के लिए हमें प्रेरित करने का शुक्रिया।’’ चंद्रयान का सीधा नजारा देखने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी यहां स्थित इसरो केंद्र पहुंचे थे। लैंडर के संपर्क खोने के बाद मोदी ने इसरो के वैज्ञनिकों से कहा कि वे निराश न हों और देश को उन पर गर्व है।
प्रधानमंत्री ने कहा, ‘‘मुझे आपके चेहरों पर निराशा दिख रही है। निराश होने की कोई जरूरत नहीं है। हमने बहुत कुछ सीखा है।’’ इसके बाद मोदी ने कहा, ‘‘ये क्षण हौसला रखने के हैं, और हम हौसला रखेंगे। हम उम्मीद रखेंगे और अपने अंतरिक्ष कार्यक्रम में कठिन परिश्रम जारी रखेंगे।’’
चंद्रयान-2’ के लैंडर ‘विक्रम’ का चांद पर उतरते समय जमीनी स्टेशन से संपर्क टूट गया था। सपंर्क तब टूटा जब लैंडर चांद की सतह से 2.1 किलोमीटर की ऊंचाई पर था। उससे संपर्क करने के प्रयास तभी से जारी हैं।