Odisha New Government: 24 वर्षों से शासन कर रहे नवीन पटनायक ने ओडिशा के मुख्यमंत्री पद से त्यागपत्र दिया, 51 सीट पर बीजद, भाजपा ने शानदार प्रदर्शन किया
By सतीश कुमार सिंह | Updated: June 5, 2024 12:17 IST2024-06-05T12:15:42+5:302024-06-05T12:17:15+5:30
Odisha New Government: मुख्यमंत्री और बीजद प्रमुख नवीन पटनायक हिंजिली विधानसभा सीट से जीत गये, लेकिन कांटाबांजी से चुनाव हार गये हैं।

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Odisha New Government: ओडिशा के निवर्तमान मुख्यमंत्री और बीजद प्रमुख नवीन पटनायक ने आज भुवनेश्वर के राजभवन में राज्यपाल रघुबर दास से मुलाकात की। नवीन पटनायक ने ओडिशा के मुख्यमंत्री पद से त्यागपत्र दे दिया है। बीजद ओडिशा विधानसभा चुनाव हार गई और राज्य की कुल 147 सीटों में से सिर्फ 51 सीटें जीत पाई। ओडिशा की 147-सदस्यीय विधानसभा के लिए हुए चुनाव में भारतीय जनता पार्टी 78 सीटें जीत कर प्रदेश में पिछले 24 वर्षों से शासन कर रहे बीजद को बेदखल कर सत्ता छीन ली है। भारत निर्वाचन आयोग ने इसकी जानकारी दी है। मुख्यमंत्री और बीजद प्रमुख नवीन पटनायक हिंजिली विधानसभा सीट से जीत गये, लेकिन कांटाबांजी से चुनाव हार गये हैं। आयोग के आंकड़ों के अनुसार, कांग्रेस ने 14 सीटें जीतीं जबकि माकपा को एक सीट मिली।
Outgoing Odisha CM and BJD chief Naveen Patnaik met Governor Raghubar Das at Raj Bhavan in Bhubaneswar today.
— ANI (@ANI) June 5, 2024
BJD lost the Odisha Assembly elections, winning just 51 of the total 147 seats in the state.
(Pic: Raj Bhavan) pic.twitter.com/MBlvaQdKJ3
इसके अनुसार, निर्दलीय उम्मीदवारों ने तीन सीटें जीतीं। आंकड़ों पर नजर डालें तो बीजद ने 2019 के विधानसभा चुनाव में 113 सीटें, भाजपा ने 23 सीटें और कांग्रेस ने नौ सीटें जीती थीं। भाजपा-बीजद गठबंधन 2000 में ओडिशा में सत्ता में आया था और नवीन पटनायक मुख्यमंत्री बने थे।
वर्ष 2009 में बीजद ने दोनों दलों के बीच सीट बंटवारे पर बातचीत विफल होने के बाद अपने 11 साल पुराने रिश्ते को तोड़ दिया था। पटनायक ने राज्य में इसके बाद हुए चुनावों में जीत हासिल की थी। दिलचस्प यह है कि दोनों दलों के बीच सीट बंटवारे पर बातचीत इस साल के लोकसभा और विधानसभा चुनावों से पहले भी शुरू हुई थी, लेकिन यह विफल रही।
हालांकि, इस बार बीजद सुप्रीमो अपनी पार्टी को जीत नहीं दिला पाए। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को ओडिशा के लोगों को धन्यवाद दिया और उन्हें आश्वासन दिया कि उनकी पार्टी उनके सपनों को पूरा करने में कोई कसर नहीं छोड़ेगी। ‘एक्स’ पर एक संदेश में प्रधानमंत्री ने कहा, ‘‘धन्यवाद ओडिशा! यह सुशासन और ओडिशा की अनूठी संस्कृति का जश्न मनाने की शानदार जीत है।
भाजपा लोगों के सपनों को पूरा करने और ओडिशा को प्रगति की नई ऊंचाइयों पर ले जाने में कोई कसर नहीं छोड़ेगी।’’ मोदी ने कहा कि ओडिशा चुनावों में भाजपा के मेहनती कार्यकर्ताओं के प्रयासों पर बहुत गर्व है। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने भी भगवान श्री जगन्नाथ की पवित्र भूमि की सेवा करने का अवसर भाजपा को देने के लिए ओडिशा की जनता के प्रति हार्दिक आभार व्यक्त किया।
केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व में प्राप्त यह जीत ‘विकसित भारत, विकसित ओडिशा’ के संकल्प को साकार करेगी। उन्होंने कहा, ‘‘मैं राज्य के लोगों को आश्वस्त करता हूं कि भाजपा ओडिया अस्मिता, ओडिया भाषा, ओडिया संस्कृति और ओडिया साहित्य को बढ़ावा देकर राज्य के सर्वांगीण विकास के लिए समर्पित भाव से काम करेगी।’’
तीन विधानसभा सीटों पर निर्दलीय उम्मीदवारों ने जीत दर्ज की, जिनमें हिमांशु शेखर साहू (धर्मशाला), बिजय कुमार दलबेहरा (बारम्बा) और शारदा प्रसाद प्रधान (महांगा) शामिल हैं। विपक्ष के नेता और भाजपा उम्मीदवार जयनारायण मिश्रा ने संबलपुर विधानसभा सीट पर 4,105 मतों के अंतर से जीत दर्ज की। ओडिशा विधानसभा में भाजपा के मुख्य सचेतक मोहन चरण माझी ने क्योंझर सीट पर अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी बीजद की मीना माझी को 11,577 मतों से हराया।