भुवनेश्वर/संबलपुर, 11 सितंबर ओडिशा के लोगों ने कोविड-19 महमामारी के बीच शनिवार को पूरे हर्षोल्लास से नुआखाई का त्योहार मनाया।
नुआखाई कृषि से जुड़ा त्योहार है जो मुख्य रूप से पश्चिमी ओडिशा में मनाया जाता है। हालांकि, गत कुछ सालों से यह पूरे राज्य के उत्सव में तब्दील हो गया है। नुआखाई के दिन लोग ऋतु के नए चावल का स्वागत करते हैं और कई पारंपरिक अनुष्ठान किए जाते है। हालांकि, महामारी की वजह से इस साल उत्सव सादे तरीके से मनाया जा रहा है।
राज्य से बाहर रह रहे लोग जो घर नहीं जा सके हैं वे भी विभिन्न स्थानों पर यह त्योहार मना रहे हैं। बेंगलुरु, भोपाल, चेन्नई, हैदराबाद, कोलकाता और मुंबई में उड़िया लोगों ने त्योहार मनाया।
इस दिन लोग संबलपुरी कपड़े पहनते हैं। संबलपुरी संगीत इस त्योहार का अभिन्न हिस्सा है और युवक और युवतियां ‘ दुल-दुली’ की थाप पर नाचते हैं। इस दिन परिवार के सभी सदस्य नए कपड़े पहनकर एक साथ देवी समलेश्वरी की प्रार्थना करते हैं और नयी फसल से बने स्वादिष्ट व्यंजन खाते हैं। घर के छोटे सदस्य बड़े सदस्यों से आशीर्वाद लेते हैं जिसे ‘ नुखाई जुहार’ कहते हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी इस मौके पर लोगों को बधाई दी है। उन्होंने ट्वीट किया, ‘‘नुआखाई जुहार! सभी को इस पावन अवसर पर बधाई। नुआखाई के दिन हम अपने मेहनती किसानों की कोशिश और राष्ट्र निर्माण में उनकी भूमिका की प्रशंसा करते हैं। मैं सभी के बेहतर स्वास्थ्य और कल्याण के लिए प्रार्थना करता हूं।’’
राज्यपाल गणेशी लाल ने भी इस मौके पर लोगों को बधाई दी। मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने कहा कि यह त्योहार ही नहीं बल्कि राज्य की कला, संस्कृति और परंपरा की पहचान है।
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