Coronavirus: वायरस से संक्रमित था बेटा, डॉक्टर ने किसी को नहीं बताया, संपर्क में आने से कई लोगों के संक्रमित होने की आशंका
By गुणातीत ओझा | Published: March 21, 2020 09:28 AM2020-03-21T09:28:41+5:302020-03-21T09:28:41+5:30
ओडिशा में एक चौंका देने वाला मामला सामने आया है। एक डॉक्टर ने ही अपने बेटे के कोरोना वायरस से संक्रमित होने की बात छिपाई रखी। यूके से लौटा था एम्स के डॉक्टर का बेटा।
भुवनेश्वर के एम्स में डॉक्टरों ने चिकित्सा अधीक्षक पर अपने बेटे के कोरोनो वायरस के लक्षणों के बारे में न बताने का आरोप लगाया है। जिसके कारण कम से कम तीन डॉक्टरों को संक्रमण होने का डर सता रहा है और तीनों ने खुद को आइसोलेट कर लिया है। विदेश में पढ़ाई कर रहा डॉक्टर का 19 साल का बेटा हाल ही में यूके से लौटा था। वह यहां आया तो उसमें कोरोना वायरस के होने की पुष्टि हुई है।
यह ओडिशा में कोरोना वायरस का दूसरा पॉजिटिव केस था। राज्य सरकार के प्रवक्ता सुब्रतो बागची ने बताया कि युवक की तबीयत स्थिर है, उसके परिवार को भी आइसोलेश ने में रखा गया है।
भुवनेश्वर में AIIMS के रेजिडेंट्स डॉक्टर्स एसोसिएशन (RDA) की ओर से लिखे गए एक पत्र में आरोप लगाया गया है, “RDA चिकित्सा अधीक्षक और आईसोलेशन यूनिट के प्रभारी संदिग्ध कोरोना संक्रमित मरीजों को संभालने में आपकी लापरवाही को सामने लाना चाहता है। यह हमारे संज्ञान में आया है कि 19 साल के एक मरीज को आइसोलेशन यूनिट में लाया गया था और उसकी ट्रैवल हिस्ट्री को छुपा कर डॉक्टर्स रूम में रखा गया था। साथ ही 12 घंटे तक मरीज को भर्ती नहीं किया गया। जब मामले के बारे में पूछताछ की गई, तो आइसोलेशन यूनिट प्रभारी ने कहा कि यह एक हाई-प्रोफाइल मामला है और विवरण का खुलासा नहीं किया। उन्होंने युवक का यात्रा इतिहास को छुपाते हुए मरीज की केस शीट भर दी। "