नूंह हिंसा: गौरक्षक बिट्टू बजरंगी को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेजा गया
By रुस्तम राणा | Published: August 17, 2023 04:53 PM2023-08-17T16:53:49+5:302023-08-17T16:53:49+5:30
सहायक पुलिस अधीक्षक उषा कुंडू की शिकायत पर नूंह के सदर थाने में उसके खिलाफ एक नई प्राथमिकी दर्ज होने के बाद बिट्टू बजरंगी उर्फ राज कुमार को मंगलवार को फरीदाबाद से गिरफ्तार किया गया था।
गुरुग्राम: हरियाणा के नूंह में सांप्रदायिक झड़पों के सिलसिले में गिरफ्तार गौ रक्षक बिट्टू बजरंगी को गुरुवार को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि बजरंगी को गुरुवार को नूंह अदालत में पेश किया गया, जहां से उसे न्यायिक हिरासत में फरीदाबाद जिले की नीमका जेल भेज दिया गया।
सहायक पुलिस अधीक्षक उषा कुंडू की शिकायत पर नूंह के सदर थाने में उसके खिलाफ एक नई प्राथमिकी दर्ज होने के बाद बिट्टू बजरंगी उर्फ राज कुमार को मंगलवार को फरीदाबाद से गिरफ्तार किया गया था। नूंह पुलिस के प्रवक्ता ने बताया कि बजरंगी के कब्जे से आठ तलवारें बरामद की गईं।
एफआईआर के मुताबिक, सोशल मीडिया पोस्ट के जरिए पहचाने गए बजरंगी ने अपने कुछ अज्ञात समर्थकों के साथ कथित तौर पर एएसपी कुंडू के नेतृत्व वाली पुलिस टीम के साथ दुर्व्यवहार किया था और धमकी दी थी, जब वे तलवार और 'त्रिशूल' लेकर नलहर मंदिर जा रहे थे।
वहीं विश्व हिन्दू परिषद् (वीएचपी) ने एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर एक पोस्ट में लिखा, “राज कुमार उर्फ बिट्टू बजरंगी को बजरंग दल के कार्यकर्ता के रूप में प्रस्तुत किया जा रहा है। वह कभी भी बजरंग दल से नहीं जुड़े रहे हैं। विहिप को बिट्टू के कथित वीडियो की सामग्री उचित नहीं लगती।'' बिट्टू बजरंगी की गिरफ्तारी के बाद हिंदू संगठन की ओर से सफाई आई थी।
बजरंगी को सांप्रदायिक झड़पों से जुड़े एक अन्य मामले में हिंसा के दो दिन बाद फरीदाबाद पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया था, लेकिन जांच में शामिल होने के बाद उसे जमानत पर रिहा कर दिया गया था। उन पर भड़काऊ भाषण देने और सार्वजनिक रूप से हथियार लहराने का आरोप था।