अब छात्र देंगे अपने गुरु जी को प्रमोशन! मोदी सरकार ने किया फीडबैक 360 डिग्री कार्यक्रम लॉन्च
By एसके गुप्ता | Published: September 19, 2019 09:55 AM2019-09-19T09:55:35+5:302019-09-19T09:55:35+5:30
केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री रमेश पोखरियाल ने फीडबैक 360 डिग्री कार्यक्रम को लॉन्च करते हुए कहा कि एआईसीटीई की इन योजनाओं से देश के शिक्षण संस्थान शिखर छुएंगे.
देश की तकनीकी शिक्षा में सुधार के लिए केंद्र ने आज चार योजनाएं शुरू की हैं. इसमें इंजीनियरिंग और फार्मेसी के 10,500 इंस्टीट्यूट के छात्र अपने शिक्षकों का मूल्यांकन करेंगे और इसी के आधार पर शिक्षकों को पदोन्नति मिलेगी.
शिक्षकों का यह मूल्यांकन कक्षा में समय से आने, छात्रों को पढ़ाने, उत्तर पुस्तिकाएं समय से जांचने और उचित व्यवहार को लेकर किया जाएगा. इसमें कुल अंक 25 होंगे.
केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री रमेश पोखरियाल ने फीडबैक 360 डिग्री कार्यक्रम को लॉन्च करते हुए कहा कि एआईसीटीई की इन योजनाओं से देश के शिक्षण संस्थान शिखर छुएंगे.
उन्होंने अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद् (एआईसीटीई) की ओर से तैयार किए गए मार्गदर्शक इंस्टीट्यूट, मार्गदर्शक सेवानिवृत्त प्रोफेसर, वेस्टमैनेजमेंट, पॉलिटेक्निक के 7 डिप्लोमा कोर्स और आर्किटेक्चर के अपग्रेड पाठ्यक्रमों को भी लॉन्च किया.
केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने कहा कि तकनीक शिक्षा में बदलाव से छात्रों को रोजगार के अच्छे मौके मिलेंगे और शिक्षा के क्षेत्र में सुधार होगा.
इस मौके पर केंद्रीय मानव संसाधन सचिव (उच्च शिक्षा) आर. सुब्रहमण्यम, एआईसीटीई के अध्यक्ष अनिल सहस्त्रबुद्घे और वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे. यह है फॉर्मेट एआईसीटीई के उपाध्यक्ष डॉ. एम. पी. पूनिया ने लोकमत समाचार से कहा कि देश में इंजीनियरिंग के करीब 3200 इंस्टीट्यूट हैं. इनमें पढ़ाए जाने वाले 16 फीसदी पाठ्यक्रमों को एनबीए और 400 इंस्टीट्यूट को नेक ने मान्यता दी है.
एआईसीटीई की कोशिश है कि अगले चार सालों में 50 फीसदी पाठ्यक्रम एनबीए और सभी इंस्टीट्यूट नेक से मान्यता प्राप्त हो जाएं. फीडबैक 360 डिग्री सॉफ्टवेयर सभी इंस्टीट्यूट को भेज दिया गया है. सॉफ्टवेयर में 100 अंकों का मूल्यांकन है, जिसमें 25 अंक शिक्षक छात्रों को उनकी परफोरमेंस के देंगे और 25 अंक छात्र शिक्षकों की परफोरमेंस के देंगे.
बाकी के 50 अंकों में 10 अंक सामाजिक सहयोग, 20 अंक विभागीय गतिविधि, 10 अंक प्रिंसिपल द्वारा इंस्टीट्यूट एक्टीविटी और 10 अंक वार्षिक गोपनीय रिपोर्ट के होंगे.
सेमेस्टर परीक्षा के बाद इंस्टीट्यूट सॉफ्टवेयर में डेटा अपडेट करेंगे. इस डेटा के आधार पर इंस्टीट्यूट में शिक्षकों को प्रमोशन मिलेगी.
डा. एमपी पूनिया ने कहा कि जिस तरह पुणे स्थित कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग ने अगले तीन साल में अपने आसपास के 10 शिक्षण संस्थानों को अपने जैसा बनाने का जिम्मा लिया है। वैसी ही जिम्मेदारी देश के 40 शिक्षण संस्थानों को सौंपी गई है। इससे देश के 400 शिक्षण संस्थान बेहतर हो जाएंगे। इन 40 शिक्षण संस्थानों में से प्रत्येक को अधिकत्तम 50 लाख रुपए की धनराशि सरकार देगी।
इनके अलावा आईआईएम, आईआईटी और प्रतिष्ठित मेडिकल इंस्टीट्यूट के सेवानिवृत्त 327 मेंटर का चयन एआईसीटीई ने किया है। इनकी नियुक्ति शिक्षण संस्थानों की मैपिंग कर उनकी मांग पर कर दी गई है।
देश के 223 शिक्षण संस्थानों में कई मेंटर नियुक्त किए जा चुके हैं। यह छह माह तक के सेवा काल के लिए नियुक्त किए गए हैं। जिन्हें प्रतिदिन 5000 रुपए का मानदेय शिक्षण संस्थान देगा।
पॉलिटेक्नीक और आर्किटेक्चर पाठयक्रम किया अपग्रेड :
डा. पूनिया ने कहा कि बाजार की आवश्यकताओं को ध्यान में रखकर पॉलिटेक्नीक डिप्लोमा कोर्स और आर्किटेक्चर के पाठ्यक्रम को अपग्रेड किया गया है। जिससे इन कोर्स को पढने वाले छात्रों को देश और विदेश में बेहतर प्लेसमेंट मिल सके। इसके लिए उद्योगों में इंटर्नशिप और कोर्स के दौरान थ्योरी से ज्यादा हाथों से करके सीखाने पर ज्यादा जोर दिया गया है।
व्यवहारिक ज्ञान के लिए दो इंटर्नशिप अनिवार्य की गई हैं। नए पाठ्यक्रम में 7 से 10 सप्ताह की ग्रीष्मकालीन इंटर्नशिप को अनिवार्य किया गया है। छात्रों को फिट रखने के लिए सेमेस्टर में खेल और योग क्रेडिट पाठ्यक्रम शुरू किया है।
वेस्ट मैनेजमेंट के लिए स्टार्टअप पर होंगे काम :
डा. पूनिया ने कहा कि इंटरनेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वेस्ट मैनेजमेंट के साथ मिलकर हाल ही में 3000 छात्राओं को वेस्टमैनेजमेंट उद्यमिता का प्रशिक्षण दिया गया। इस बार नवंबर या दिसंबर माह में जयपुर स्थित मालवीय नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी में करीब 5000 छात्राओं को यह प्रशिक्षण दिया जाएगा। जिसमें वेस्ट मैनेजमेंट के नए-नए आइडियाज का प्रशिक्षण प्राप्त कर स्टार्टअप शुरू हो सकेंगे।