सम्बलपुर (ओडिशा), पांच जून वयोवृद्ध उड़िया अभिनेता, प्रसिद्ध नाटककार और गीतकार अटल बिहारी पांडा का शनिवार को सम्बलपुर जिले के वीआईएमएसएआर, बुर्ला में वृद्धावस्था संबंधी बीमारियों के कारण निधन हो गया। वह 92 वर्ष के थे। परिवार के सूत्रों ने यह जानकारी दी।
सूत्रों ने बताया कि पांडा की पत्नी का कुछ दिन पहले निधन हो गया था।
सुबरनपुर जिले के बिनिका गांव में जन्मे पांडा ने 1944 में रंगमंच पर अभिनय शुरू किया था। उन्होंने 100 से अधिक नाटकों में अभिनय किया और 65 नाटक और रेडियो नाटक भी लिखे जिनमें से कई सम्बलपुरी भाषा में थे।
पांडा को सम्बलपुरी थिएटर के अग्रणी नाटककारों में से एक माना जाता था। उनके द्वारा लिखित 'फाटा कपाल' पहला मुद्रित सम्बलपुरी नाटक था। इस भाषा में उनका दूसरा नाटक 'भैंस आगे नागधुनी' भी काफी चर्चित रहा। उनके एक नाटक को देखने के बाद, ओडिशा के पूर्व मुख्यमंत्री डॉ हरेकृष्ण महताब ने उन्हें ओपेरा स्क्रिप्ट लिखने का सुझाव दिया था।
पांडा सरकारी सेवा में थे और उन्होंने कटक में अपनी तैनाती के दौरान छह ओपेरा स्क्रिप्ट लिखीं।
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