संसदीय समिति की बैठक में सांसद हो रहे गैरहाजिरी, यह चिंता की बात, दोनों सदनों के सदस्यों की हाजिरी बहुत कमः नायडू

By भाषा | Published: December 5, 2019 12:52 PM2019-12-05T12:52:25+5:302019-12-05T12:52:25+5:30

उच्च सदन में उन्होंने कहा कि आज होने जा रही बैठक में इन समितियों के कामकाज में सुधार पर विचार विमर्श किया जाएगा। नायडू ने सदन की बैठक शुरू होने पर बताया, ‘‘ हाल ही में इन समितियों का पुनर्गठन किया गया था और अब तक संपन्न इनकी 41 बैठकों के आंकड़े बताते हैं कि इनमें दोनों सदनों के सदस्यों की हाजिरी बहुत कम है।’’

Non-attendance of MPs in parliamentary committee meeting, it is a matter of concern, the attendance of members of both houses is very less: Naidu | संसदीय समिति की बैठक में सांसद हो रहे गैरहाजिरी, यह चिंता की बात, दोनों सदनों के सदस्यों की हाजिरी बहुत कमः नायडू

इन समितियों का इस साल सितंबर में गठन किया गया था।

Highlightsस्थायी समितियों में अध्यक्ष सहित 10 सदस्य राज्यसभा के और 21 सदस्य लोकसभा के होते हैं। गठन के बाद इन समितियों की अब तक 41 बैठकें हो चुकी हैं।

संसदीय समितियों की बैठकों में सदस्यों की गैरहाजिरी पर नाराजगी व्यक्त करते हुये राज्यसभा के सभापति एम वेंकैया नायडू ने बृहस्पतिवार को सूचित किया कि इन समितियों और राज्यसभा की स्थायी समिति की आज एक बैठक होगी।

उच्च सदन में उन्होंने कहा कि आज होने जा रही बैठक में इन समितियों के कामकाज में सुधार पर विचार विमर्श किया जाएगा। नायडू ने सदन की बैठक शुरू होने पर बताया, ‘‘ हाल ही में इन समितियों का पुनर्गठन किया गया था और अब तक संपन्न इनकी 41 बैठकों के आंकड़े बताते हैं कि इनमें दोनों सदनों के सदस्यों की हाजिरी बहुत कम है।’’

उन्होंने कहा कि विभाग संबंधी आठ स्थायी समितियों में अध्यक्ष सहित 10 सदस्य राज्यसभा के और 21 सदस्य लोकसभा के होते हैं। इन समितियों का इस साल सितंबर में गठन किया गया था और गठन के बाद इन समितियों की अब तक 41 बैठकें हो चुकी हैं।

नायडू ने कहा, ‘‘समितियों की बैठकों में सदस्यों के गैरहाजिर रहने के चिंताजनक आंकड़े सामने आने के बाद आज सुबह मैंने समितियों के अध्यक्षों के साथ बैठक कर उन्हें इस स्थिति से अवगत कराया।’’ उन्होंने कहा कि समितियों में राज्यसभा के कुल 80 सदस्यों में से सिर्फ 18 सदस्य सभी बैठकों में उपस्थित हुये।

इसी प्रकार लोकसभा के कुल 168 सदस्यों में से 18 ने ही समितियों की सभी बैठकों में शिरकत की। उन्होंने समिति की सभी बैठकों में उपस्थित होने वाले, उच्च सदन के सदस्यों के नाम उजागर किये जाने को मुनासिब बताते हुये कहा कि इनमें टी जी वेंकटेश, प्रसन्न आचार्य, वी डी तेंदुलकर, सत्यनारायण जटिया, विश्वंभर प्रसाद निषाद, सस्मित पात्रा, अखिलेश प्रसाद सिंह, रामगोपाल यादव, एल हनुमंतैया, के सोमप्रसाद, जयराम रमेश, रविप्रकाश वर्मा, आनंद शर्मा, राकेश सिन्हा, डा. के केशव राव, डा. अमी याज्ञनिक, वी विजयसाई रेड्डी और पी विल्सन शामिल हैं।

उन्होंने समितियों के सभी सदस्यों से इनकी बैठकों में शतप्रतिशत उपस्थिति सुनिश्चित करने की अपेक्षा व्यक्त करते हुये कहा, ‘‘समिति का प्रत्येक सदस्य 25 संसद सदस्यों का प्रतिनिधित्व करता है। ऐसे में समिति की बैठक में एक सदस्य के गैरहाजिर रहने का अर्थ है 25 सदस्यों की आवाज नहीं सुनी जा सकेगी।

इसलिये मैं सभी दलों के नेताओं और इस महान सदन के सदस्यों से अपील करता हूं कि वे समितियों की गुणवत्तापूर्ण फलदायी कार्यप्रणाली को सुनिश्चित करें।’’ नायडू ने समितियों की बैठकों का ब्योरा पेश करते हुये कहा कि राज्यसभा की आठ विभाग संबंधी स्थायी समितियों के कुल 248 सदस्यों में से 100 सदस्यों ने तो दो या दो से अधिक लगातार बैठकों में हिस्सा ही नहीं लिया।

सितंबर से अब तक समितियों की 41 बैठकें हुई हैं और उपस्थिति का आंकड़ा 23 बैठकों में आधे से भी कम है। केवल 36 सांसदों ने सभी बैठकों में हिस्सा लिया। सभापति ने कहा कि सबसे बुरा हाल गृह मामलों की समिति की बैठक का है जिसमें संसद सदस्यों की उपस्थिति एक तिहाई ही रही। उन्होंने समितियों के सभी सदस्यों से इनकी बैठकों में नियमित रूप से उपस्थित होने को कहा। 

Web Title: Non-attendance of MPs in parliamentary committee meeting, it is a matter of concern, the attendance of members of both houses is very less: Naidu

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