नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) और एनआरसी को लेकर विरोध लगतार जारी है। बिहार में विपक्षी दल लगातार केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार और प्रदेश की बीजेपी व जेडीयू गठबंधन की सरकार पर हमलावर हैं। इस बीच बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सोमवार (13 जनवरी) को साफ कर दिया है कि राज्य में एनआरसी लागू होने का कोई सवाल ही नहीं है।
समाचार एजेंसी एएनआई की रिपोर्ट के अनुसार, सीएम नीतीश कुमार ने विधानसभा में कहा, 'बिहार में एनआरसी का कोई सवाल ही नहीं , यह असम के संदर्भ में ही चर्चा में था। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी इस पर सफाई दी है।'
बता दें, इससे पहले भी नीतीश कुमार ने जदयू द्वारा सीएए को दिए समर्थन के कारण उपजी अनिश्चितताओं पर विराम लगा दिया था और कहा था कि राष्ट्रीय नागरिक पंजी (एनआरसी) को राज्य में लागू नहीं किया जाएगा। कुमार ने पत्रकारों द्वारा पूछे गए सवालों का जवाब देते हुए यह स्पष्ट किया था। उन्होंने कहा था, 'काहे का एनआरसी? बिलकुल लागू नहीं होगा।'
कुमार अपनी तरफ से एनआरसी का विरोध उसी दिन से कर रहे हैं जब उसे सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर केवल असम में लागू किया गया था।