कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए देशभर में लॉकडाउन लागू है और इस कारण देश के अलग-अलग जगहों पर लोग फंसे हुए हैं। राजस्थान के कोटा में हजारों छात्र फंसे हुए हैं और इसको लेकर बीजेपी एमएलसी और पूर्व केंद्रीय मंत्री संजय पासवान ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को सुझाव दिया है और कहा है कि बच्चों को वापस लाने से वोट बैंक का फायदा होगा।
बीजेपी एमएससी संजय पासवान ने कहा, "हमारे बच्चों को वापस लाना मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का कर्तव्य है। इससे हमें राजनीतिक नुकसान भी हो रहा है। उसे 3 मई से पहले सभी बच्चों को लाना चाहिए। इस वर्ष बिहार में चुनाव होने वाले हैं। लगभग सभी मध्यम वर्गीय परिवारों में कम से कम 1 बच्चा कोटा में पढ़ता है।"
उन्होंने आगे कहा, "बच्चों की संख्या केवल 1000 हो सकती है, लेकिन 1 लाख परिवार इससे प्रभावित होते हैं, इन बच्चों के प्रति उनकी सहानुभूति है। यदि 1 लाख परिवारों में 5 मतदाता हैं, तो 5 लाख मत प्रभावित होंगे। इसलिए मैं सीएम से कोटा और पुणे से हमारे बच्चों को वापस लाने का अनुरोध करता हूं।"
कोरोना की चपेट में बिहार में आ चुके हैं 366 लोग
बिहार में कोरोना वायरस की चपेट में अब तक 366 लोग आ चुके हैं और राज्य में इस महामारी से दो लोगों की जान जा चुकी है। बिहार में कोरोना वायरस से 64 लोग ठीक भी हुए हैं और राज्य में अभी भी कोरोना के 300 एक्टिव केस मौजूद हैं।
देशभर में 31 हजार से ज्यादा लोग हो चुके हैं संक्रमित
स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार देशभर में अब तक कोरोना वायरस से 31332 लोग संक्रमित हो चुके हैं, जिसमें से 1007 लोगों की मौत हो चुकी है। देश में 7695 मरीज इस महामारी से ठीक भी हुए हैं और एक व्यक्ति देश से बाहर चला गया है। भारत में अभी भी कोरोना वायरस के 22629 एक्टिव केस मौजूद हैं।
महाराष्ट्र में कोरोना से हो चुकी से 400 लोगों की मौत
महाराष्ट्र में कोरोना वायरस के कुल संक्रमितों की संख्या 9318 हो गई है, जबकि मरने वालों का आंकड़ा 400 पहुंच गया है। राज्य में 1388 लोग कोरोना वायरस से ठीक भी हुए हैं। महाराष्ट्र में सबसे ज्यादा मामले मुंबई से आए हैं यहां कोरोना संक्रमितों की संख्या 6 हजार से ज्यादा हो गई है। मुंबई में पिछले तीन दिनों में कोरोना के 1,000 नए मामले सामने आए हैं।