पटना: बिहार में महागठबंधन की सरकार का मंत्रिमंडल विस्तार हो चुका है। मंत्रिमंडल में जगह न मिलने के कारण नीतीश कुमार की पार्टी के कुछ विधायक नाराज भी हैं। जदयू विधायक बीमा भारती ने मंत्रिमंडल में शामिल नहीं किए जाने पर अपनी नाराजगी खुलकर जताई है। बीमा भारती ने अपनी पार्टी की सहयोगी और पांच बार की विधायक लेशी सिंह को खाद्य और उपभोक्ता संरक्षण मंत्री बनाए जाने पर कटाक्ष किया है।
बीमा भारती ने कहा, "मैं केवल जदयू विधायक लेशी सिंह को मंत्री बनाए जाने परेशान हूं। उन्हें हमेशा कैबिनेट में चुना जाता है। मुख्यमंत्री उनमें क्या देखते हैं? वह बार-बार अपने क्षेत्र की गलत घटनाओं में शामिल होती है, इससे पार्टी की बदनामी होती है। हमें क्यों नहीं सुना जाता है? क्या इसलिए कि हम पिछड़ी जाति से हैं?" जदयू विधायक बीमा भारती ने आगे कहा, "अगर उन्हें मंत्री पद से नहीं हटाया गया तो मैं पार्टी से इस्तीफा दे दूंगी। अगर उनके खिलाफ मेरा आरोप गलत है तो मैं विधायक पद से इस्तीफा दे दूंगी।"
बीमा भारती के बगावती तेवर पर अब मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का बयान आया है। ऊर्जा मंत्री बिजेंद्र प्रसाद यादव से मिलने पटना के आईजीआईएमएस अस्पताल पहुंचे नीतीश कुमार ने कहा कि बीमा भारती ने जो भी बयान दिया है वो बहुत गलत है और मुझे आश्चर्य है कि वह ऐसे बयान दे रही हैं।
नीतीश कुमार ने कहा, "मैं उनसे मिलूंगा और इस पर चर्चा करूंगा। उन्हें 2014 और 2019 में दो बार मंत्री बनाया जा चुका है,पार्टी ने उन्हें भी मौका दिया था। अगर वह नहीं मानीं तो वे जहां जाना चाहें वहां जा सकती हैं। कैबिनेट में सीमित जगह होती है और सभी को मंत्री नहीं बनाया जा सकता है।"
नीतीश कुमार से पत्रकारों ने चर्चा में चल रहे कानून मंत्री कार्तिकेय सिंह के बारे में भी पूछा। इस पर नीतीश ने कहा कि हम लोग इस मामले को देख रहे हैं। बीजेपी द्वारा लगाए जा रहे जंगलराज की वापसी के आरोप पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि हम जरूरत पड़ने पर एक-एक बात का जवाब देंगे।