नई दिल्ली: बिहार में रामनवमी के दिन हुई हिंसा के बाद सियासत तेज हो गई है। नालंदा जिले के बिहारशरीफ और रोहतास जिले के सासाराम में हुई हिंसा के बाद पुलिस की कार्रवाई पर एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने नीतीश सरकार पर सवाल खड़े किए हैं।
सोमवार को एक प्रेंस कॉन्फ्रेंस के दौरान असदुद्दीन ओवैसी ने कहा, "नीतीश कुमार और राजद की सरकार हिंसा को रोकने में नाकामयाब रही है।"
एआईएमआईएम प्रमुख ने कहा कि हिंसा के बाद अभी तक मुआवजा देने की बात नहीं हुई न ही पुलिस वालों को सस्पेंड किया गया। इसके बजाय इफ्तार पार्टी की जा रही है और खजूर खाए जा रहे हैं।
केवल मुस्लिमों को हिरासत में लिया जा रहा
बिहार में हिंसा के आरोपों में हो रही कार्रवाई पर ऐतराज जताते हुए ओवैसी ने कहा, "बिहार में बड़ी तादात में मुस्लिम लोगों को हिरासत में लिया जा रहा है। सासाराम में जिनके घरों को लूटा गया आप उन्हें ही बुलाकर निशाना बना रहे हैं, हिरासत में ले रहे हैं। उन्हें 10-10 घंटे थाने में बैठा रहे हैं।"
फर्जी वीडियो मामले में 15 एफआईआर दर्ज
गौरतलब है कि नालंदा और सासाराम में सांप्रदायिक तनाव के दौरान सोशल मीडिया पर फर्जी वीडियो और संदेश प्रसारित किया जा रहा था। ऐसे आरोपियों को पकड़ने के लिए पुलिस की एक अलग टीम का गठन किया गया है, जिसने मामले में 15 लोगों को खिलाफ शिकायत दर्ज की है।
वहीं, हिंसा फैलाने के आरोप में अभी तक 140 उपद्रवियों को गिरफ्तार किया जा चुका है। बिहार में हिंसा के बाद से ही कार्रवाई जा रही है और अभी भी पुलिस कार्रवाई कर रही है।