पटना: बिहार विधानसभा का बजट सत्र मुख्यमंत्री नीतीश कुमार क्या जल्द खत्म कराना चाह रहे हैं? राज्य और देश में जारी नई सियासी गहमा-गहमी के बीच कहीं नीतीश कुमार कुछ नया खेल तो नही खेलना चाहते है? इस प्रकार के कई सवालों पर सियासी गलियारों में चर्चाएं चलने लगी हैं। दरअसल, विधानमंडल में पेश किया जाने वाले गृह विभाग के बजट को इसबार गिलोटिन में डाल दिया गया है। सरकार ने फैसला लिया है कि सदन में गृह विभाग के बजट पर चर्चा नहीं होगी। जबकि विधानमंडल के सत्र का वक्त अभी बाकी है।
ऐसे में कयासों का बाजार गर्म हो गया है कि कहीं बजट सत्र को कहीं जल्द खत्म कराने की तैयारी यो नही है? गृह विभाग मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के पास है। विभाग के बजट पर उस विभाग के मंत्री को बोलना पड़ता है। लेकिन अब जबकि गृह विभाग के बजट को गिलोटिन में डाल दिया गया है, ऐसे में इसपर चर्चा भी नही होगी और मुख्यमंत्री जवाब भी नही देंगे। जबकि सदन में मुख्यमंत्री बोलने का कोई मौका गंवाते नही हैं। ऐसे में सरकार ने जो फैसला लिया है, उससे कई सवाल उठ खडा हुआ है।
उल्लेखनीय है कि इन दिनों बिहार सहित पूरे देश में भारी सियासी घमासान छिड़ा हुआ है। रोज नये सवाल उठने लगे हैं। ऐसे में सियासत कब किस करवट बैठेगी, इसको लेकर भी अटकलों का बाजार गर्म है। वैसे भी नीतीश कुमार को "पलटू चाचा" के नाम से जाना जाता है। हालांकि अभी इसकी कोई संभावना दिखाई नही दे रही है कि भाजपा फिर से नीतीश कुमार को गले लगा ले। लेकिन राजनीति के जानकारों का कहना है कि सियासत में संभानाओं का द्वार हमेशा से खुला रहता है। ऐसे में कहीं भी कुछ भी संभव हो सकता है।
वहीं बीते राज्य सरकार ने गृह विभाग के बजट पर चर्चा नहीं करने का रास्ता निकाला। विधानसभा की कार्यमंत्रणा समिति की बैठक बुलायी गई। उसमें फैसला लिया गया कि गृह विभाग का बजट गिलोटिन कराया जायेगा। अर्थात बिना चर्चा के मतदान कराकर बजट पास करा लिया जायेगा। संभव है कि जल्दी-जल्दी और कुछ विभागों का बजट गिलोटिन करा लिया जाये। नेता प्रतिपक्ष विजय कुमार सिन्हा ने कहा कि विधानसभा के लंबे कार्यकाल में पहली बार ऐसा हुआ है कि गृह विभाग के बजट पर बहस नहीं हो रही है। यह सरकार बहस से भाग रही है।