नई दिल्लीः कोरोना वायरस के बीच देश के कई इलाकों में चक्रवात का दौर शुरू हो गया है। बंगाल और ओडिशा में हाल ही आए चक्रवात ने कई लोगों की जान ले ली। इस बीच खबर है कि महाराष्ट्र और गुजरात तट से 3 जून को चक्रवात टकरा सकता है।
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने NDRF महानिदेशक, महाराष्ट्र और गुजरात के सीएम के साथ बैठक की। शाह ने कहा कि इन दोनों राज्य में 21 टीम की तैनाती कर दी दई है और 10 टीमें स्टैंडबाय पर हैं। चक्रवात निसर्ग से पहले की तैयारियों की समीक्षा के लिए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने राष्ट्रीय संकट प्रबंधन समिति की बैठक में भाग लिया।
बैठक में राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल के महानिदेशक एस.एन. प्रधान भी उपस्थित रहे। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने गुजरात और महाराष्ट्र के मुख्यमंत्रियों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से बैठकें कीं। NDRF की 21 टीमें दोनों राज्यों में तैनात हैं।
केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने पश्चिमी समुद्री तट की ओर बढ़ रहे चक्रवाती तूफान के मद्देनजर की जा रही तैयारियों का सोमवार को जायजा लिया। इस तूफान के बुधवार को गुजरात और महाराष्ट्र में दस्तक देने की संभावना है। अधिकारियों ने बताया कि गृह मंत्रालय ने राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) की 23 टीमों को महाराष्ट्र, गुजरात, दमन और दीव, दादरा एवं नागर हवेली में तैनात किया है।
शाह के कार्यालय ने ट्वीट किया, ‘‘ केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एनडीएमए), राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ), भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) और भारतीय तटरक्षक बल के अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की और अरब सागर में उठे तूफान के मद्देनजर तैयारियों का जायजा लिया। इस तूफान के महाराष्ट्र और गुजरात के कुछ हिस्सों में दस्तक देने की संभावना है। इस बैठक में गृह राज्यमंत्री नित्यानंद राय भी मौजूद थे।’’
अधिकारियों ने बताया कि एनडीआरएफ की 23 टीमों में 11 टीमों को गुजरात में, 10 को महाराष्ट्र में और दो टीमों को दमन और दीव, दादरा और नागर हवेली में तैनात किया गया है। एनडीआरएफ की प्रत्येक टीम में 45 जवान हैं। भारत मौसम विज्ञान विभाग के मुताबिक अरब सागर के ऊपर कम दबाव का क्षेत्र बना हुआ है और इसके प्रचंड तूफान में तब्दील होने की संभावना है। तूफान के तीन जून को उत्तर महाराष्ट्र एवं दक्षिणी गुजरात के तटों को पार करने की संभावना है।
आईएमडी के तूफान चेतावनी प्रभाग ने कहा कि कम दबाव का क्षेत्र और मजबूत होकर तीसरे या चतुर्थ श्रेणी के तूफान में तब्दील हो सकता है। यह मंगलवार को चक्रवाती तूफान में तब्दील होगा। तूफान चेतावनी प्रभाग ने कहा, ‘‘इसकी बहुत संभावना है कि यह (तूफान) मंगलवार तक शुरुआत में उत्तर की ओर बढ़े और फिर इसकी दिशा में बदलाव आए और यह उत्तर-पूर्वोत्तर की ओर चलते हुए तीन जून की शाम या रात को हरिहरेश्वर (रायगढ़, महाराष्ट्र) और दमन के बीच उत्तर महाराष्ट्र और दक्षिण गुजरात के तट को पार करे।’’
उल्लेखनीय है कि रायगढ़ और दमन के बीच की 260 किलोमीटर लंबी तटीय पट्टी देश में सबसे घनी बसी आबादी वाला इलाका है। इसी पट्टी पर मुंबई और उसके उपनगरीय शहर जैसे ठाणे, नवी मुंबई, पनवेल, कल्याण, डोम्बिविली, मीरा-भायंदर, वसई-विरार, उल्हासनगर, बदलापुर और अम्बेरनाथ बसे हुए हैं। मौसम विभाग ने कहा कि जब यह तूफान तीन जून की शाम को तट से गुजरेगा तब 105 से 110 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चल सकती हैं। तूफान के प्रभाव से दक्षिण गुजरात और तटीय महाराष्ट्र में भारी बारिश होने की संभावना है।
अरब सागर में बने दबाव के एक विकराल चक्रवाती तूफान में बदलने की आशंका है, जो तीन जून को उत्तरी महाराष्ट्र और दक्षिण गुजरात तटों से होकर गुजरेगा। इससे मुम्बई के अत्याधिक प्रभावित होने की आशंका है। मौसम विज्ञान विभाग ने सोमवार को कहा कि दबाव बढ़कर गहरे दबाव क्षेत्र में बदलेगा और आज शाम तक वह किसी भी चक्रवात के तीसरे या चौथे चरण में पहुंच जाएगा।
आईएमडी के चक्रवात चेतावनी प्रभाग ने कहा कि दो जून तक यह एक चक्रवाती तूफान का रूप ले लेगा। चक्रवात चेतावनी प्रभाग ने कहा, ‘‘ इस तूफान के दो जून सुबह उत्तर की ओर बढ़ने की आशंका है और फिर यह उत्तर-पूर्व की ओर मुड़ेगा और तीन जून शाम या रात को हरिहरेश्वर (रायगढ़, महाराष्ट्र) और दमन के बीच उत्तर महाराष्ट्र और दक्षिण गुजरात के तटों को पार करेगा।’’ रायगढ़ और दमन के बीच लगभग 260 किलोमीटर में फैला यह हिस्सा देश के सबसे अधिक जनसंख्या घनत्व वाले स्थानों में से एक है।
मुम्बई के अलावा, इससे ठाणे, नवी-मुम्बई, पनवेल, कल्याण-डोम्बिवली, मीरा-भयंदर, वसई-विरार, उल्हासनगर, बदलापुर और अंबरनाथ जैसे शहर भी प्रभावित होंगे। आईएमडी के महानिदेशक मृत्युंजय महापात्र ने ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा, ‘‘ इससे मुम्बई पर असर पड़ेगा।’’ आईएमडी ने कहा कि जब तीन जून शाम को यह तट पार करेगा तो इसकी गति 105 से 110 किलोमीटर प्रति घंटा की होगी। दक्षिणी गुजरात और तटीय महाराष्ट्र में इससे भारी बारिश का पूर्वानुमान है।
गुजरात में चक्रवात से निपटने के लिए एनडीआरएफ के 10 दल तैनात
गुजरात के तट पर तीन जून को चक्रवाती तूफान आने की आशंका को देखते हुए राज्य सरकार ने सोमवार को निचले स्थानों पर रहने वालों को निकालने का आदेश दिया और आधा दर्जन से अधिक जिलों में राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) के दस दल तैनात कर दिए। भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने सोमवार को कहा कि अरब सागर पर बना कम दबाव का क्षेत्र अगले 36 घंटों में चक्रवात का रूप ले सकता है। विभाग ने चेतावनी दी है कि तीन जून की शाम को चक्रवाती तूफान उत्तरी महाराष्ट्र और दक्षिणी गुजरात को पार कर जाएगा जिससे भारी बारिश होने का अनुमान है।
अहमदाबाद मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक जयंत सरकार ने कहा, “कम दबाव का क्षेत्र वर्तमान में सूरत से 900 किलोमीटर दूर है। दक्षिणी गुजरात के तट पर दमन के पास चक्रवाती तूफान तीन जून की शाम को पहुंच सकता है। हवा की गति 90 से 100 किलोमीटर प्रति घंटा रहने का अनुमान है।” उन्होंने कहा, “इससे दक्षिणी गुजरात क्षेत्र में तीन और चार जून को भारी बारिश होगी। सौराष्ट्र क्षेत्र भावनगर और अमरेली जिलों में भी इसका कुछ प्रभाव देखने को मिल सकता है।”
अरब सागर के ऊपर चक्रवात की गतिविधि को देखते हुए राज्य की तैयारियों की समीक्षा करने के लिए मुख्यमंत्री विजय रुपाणी ने सोमवार को गांधीनगर में एक उच्च स्तरीय बैठक की अध्यक्षता की। बैठक के बाद मुख्यमंत्री ने कहा कि चक्रवात के कारण उपजी किसी भी स्थिति से निपटने के लिए दक्षिणी गुजरात के पांच जिलों- सूरत, भरुच, नवसारी, वलसाड और दांग और सौराष्ट्र के भावनगर और अमरेली जिले में एनडीआरएफ के दस दल तैनात कर दिए गए हैं। रुपाणी ने कहा, “एनडीआरएफ के दस दल पहले ही तैनात कर दिए गए हैं और राज्य आपदा मोचन बलों के पांच दल तैनाती के लिए तैयार हैं। मैं इन क्षेत्रों के लोगों से आग्रह करता हूं कि वे 3 और 4 जून को घरों में ही रहें।”
मुंबई और आस-पास के इलाकों में हल्की बारिश
अरब सागर में कम दबाव का क्षेत्र बनने के बादमुंबई और उसके आस-पास के कुछ इलाकों में सोमवार सुबह हल्की बारिश हुई। भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के मुताबिक अरब सागर में बन रहा कम दबाव का क्षेत्र चक्रवात में बदल सकता है और तीन जून को उत्तरी महाराष्ट्र और गुजरात तट से टकरा सकता है। मुंबई शहर, उसके उपनगरीय इलाकों और पड़ोस के ठाणे और पालघर के कुछ हिस्सों में हल्की बारिश होने से वहां के लोगों को गर्म एवं चिपचिपे मौसम से कुछ राहत मिली है।
आईएमडी की वेबसाइट के मुताबिक मुंबई के धारावी में पिछले 24 घंटे में सबसे अधिक 31.46 मिलिमीटर बारिश दर्ज की गई। रविवार को भी, पुणे समेत राज्य के कुछ हिस्सों में आंधी आई और तेज हवाओं के साथ बारिश हुई थी। आईएमडी, मुंबई के मौसम विज्ञान के उप महानिदेशक के एस होसलिकर ने सोमवार को एक ट्वीट में कहा, “महाराष्ट्र में पिछले 24 घंटे में आंधी के साथ ही बारिश भी हुई, खासकर अंदरूनी इलाकों में।” सोमवार को सुबह चार बजे से मुंबई महानगरीय क्षेत्र (एमएमआर) के कुछ हिस्सों में बादल गरजने और बिजली चमकने के साथ ही बारिश हो रही है।
लेकिन शहर के ज्यादातर हिस्सों में सुबह सात बजे के बाद से बारिश तेज हो गई। आईएमडी की वेबसाइट के मुताबिक पिछले 24 घंटों में उपनगरीय सांताक्रूज मे 0.2 मिलिमीटर और दक्षिण मुंबई के कोलाबा में दो मिलिमीटर बारिश दर्ज की गई। बृहन्मुंबई महानगरपालिका (बीएमसी) के मुताबिक बारिश संबंधी कोई अप्रिय घटना नहीं हुई है। महाराष्ट्र के मु्ख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने मछुआरों से समुद्र में नहीं जाने की रविवार को अपील की थी। राज्य सरकार ने किसी भी तरह की आपात स्थिति से निपटने के लिए कोंकण तट के पास सुरक्षा उपाय बढ़ा दिए हैं। ठाकरे ने पिछले हफ्ते मॉनसून की तैयारी को लेकर सरकारी अधिकारियों, आईएमडी, बृहन्मुंबई महानगरपालिका, सेना, नौसेना और वायुसेना के अधिकारियों के साथ बैठक की थी।
इनपुट भाषा