एनआईसीईडी को संक्रमण के टीके के परीक्षण के लिए एक हजार स्वयंसेवियों की आवश्यकता
By भाषा | Published: November 27, 2020 02:09 PM2020-11-27T14:09:10+5:302020-11-27T14:09:10+5:30
कोलकाता,27 नवंबर कोरोना वायरस संक्रमण से बचाव के लिए ‘कोवैक्सिन’ टीके के प्रस्तावित तीसरे चरण के परीक्षण के लिए नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ कॉलरा एंड एंटरिक डिजीज (एनआईसीईडी) को करीब एक हजार स्वयंसेवियों की जरूरत है और उनका चुनाव शहर में 10-15 किलोमीटर की परिधि में रहने वालों में से किया जाएगा।
एक वरिष्ठ अधिकारी ने शुक्रवार को यह जानकारी दी।
चिकित्सा संस्थान के एक अधिकारी ने बताया कि एनआईसीईडी को टीके के परीक्षण में शामिल होने में दिलचस्पी रखने वाले लोगों के आवेदन भी मिलने शुरू हो गए हैं।
उन्होंने ‘पीटीआई-भाषा’ से बातचीत में कहा,‘‘ हमने कोलकाता के 10-15 किलोमीटर की परिधि में रहने वालों को स्वयंसेवियों के तौर पर शामिल करने का निर्णय किया है। हमें ऐसे लोगों की जरूरत है जो परीक्षण के दौरान जरूरत पड़ने पर अपने आवास से तत्काल संस्थान आ सकें।’’
उन्होंने कहा कि बृहस्पतिवार तक संस्थान को राज्य के विभिन्न स्थानों पर रहने वाले लोगों के सैकड़ों आवेदन मिल चुके हैं।
उन्होंने कहा कि एक हजार स्वयंसेवियों की सूची दिसंबर के पहले सप्ताह तक तैयार कर ली जाएगी और इसी वक्त तीसरे चरण का परीक्षण शुरू होने की भी उम्मीद है।
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