नयी शिक्षा नीति भारत को पुराना गौरव फिर से प्राप्त करने में मदद कर सकती है: जगदीश मुखी
By भाषा | Updated: November 21, 2021 20:35 IST2021-11-21T20:35:13+5:302021-11-21T20:35:13+5:30

नयी शिक्षा नीति भारत को पुराना गौरव फिर से प्राप्त करने में मदद कर सकती है: जगदीश मुखी
गुवाहाटी, 21 नवंबर असम के राज्यपाल जगदीश मुखी ने रविवार को कहा कि नयी शिक्षा नीति (एनईपी), 2020 में देश के भविष्य की दिशा तय करने के लिए युवाओं को उच्च गुणवत्तापूर्ण शैक्षिक अवसर प्रदान करने के अलावा देश के पुराने गौरव को ‘फिर से प्राप्त’ करने की क्षमता है।
एनईपी-2020 पर पूर्वोत्तर शिक्षा कॉन्क्लेव के समापन सत्र में मुखी ने कहा, ‘‘दुनिया में दर्शन, गणित, विज्ञान और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में भारत की काफी प्रतिष्ठा रही है। दुनिया भर के विद्वानों को इसने आकर्षित किया है।’’
उन्होंने कहा कि एनईपी-2020 की परिकल्पना देश को अपने पुराने गौरव को फिर से प्राप्त करने में मदद करने के लिए की गई है और नयी शिक्षा नीति वैश्विक विकास, सामाजिक न्याय और वैज्ञानिक उन्नति समेत अन्य क्षेत्रों में वैश्विक स्तर पर भारत के नेतृत्व की कुंजी होगी।
उन्होंने कहा कि प्राचीन और शाश्वत भारतीय ज्ञान की समृद्ध विरासत इस नीति का मार्गदर्शक रही है। उन्होंने कहा कि यह सिर्फ एक नीति दस्तावेज नहीं है बल्कि भारत के विद्यार्थियों और भारत के नागरिकों की आकांक्षाओं का प्रतिबिंब है।
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