म्युनिसिपल काउंसिल ने दिया स्कूलों का नाम बदलने का ऑर्डर, अटल आदर्श विद्यालय नाम से होगी पहचान
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: July 15, 2019 09:55 AM2019-07-15T09:55:34+5:302019-07-15T09:55:34+5:30
अटल बिहारी वाजपेयी ने अपना करियर पत्रकार के रूप में शुरू किया था और 1951 में भारतीय जन संघ में शामिल होने के बाद उन्होंने पत्रकारिता छोड़ दी।
नई दिल्ली म्युनिसिपल काउंसिल (एनडीएमसी) ने एक ऑर्डर जारी किया है। इस ऑर्डर में 31 एनडीएमसी स्कूलों का नाम 'नगर पालिका स्कूल' से बदलकर 'अटल आदर्श विद्यालय' करने का आदेश दिया गया है। यह नया आदेश शैक्षिक सत्र 2019-2020 से लागू होगा।
अटल बिहारी बाजपेयी 13 अक्टूबर 1999 को लगातार दूसरी बार राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन की नई गठबंधन सरकार के प्रमुख के रूप में भारत के प्रधानमंत्री का पद ग्रहण किया। वे 1996 में बहुत कम समय के लिए प्रधानमंत्री बने थे। पंडित जवाहर लाल नेहरू के बाद वह पहले ऐसे प्रधानमंत्री हैं जो लगातार दो बार प्रधानमंत्री बने।
अटल बिहारी वाजपेयी लोकसभा में नौ बार और राज्य सभा में दो बार चुने गए जो अपने आप में ही एक कीर्तिमान है। भारत के प्रधानमंत्री, विदेश मंत्री, संसद की विभिन्न महत्वपूर्ण स्थायी समितियों के अध्यक्ष और विपक्ष के नेता के रूप में उन्होंने आजादी के बाद भारत की घरेलू और विदेश नीति को आकार देने में एक सक्रिय भूमिका निभाई।
अटल बिहारी वाजपेयी ने अपना करियर पत्रकार के रूप में शुरू किया था और 1951 में भारतीय जन संघ में शामिल होने के बाद उन्होंने पत्रकारिता छोड़ दी। आज की भारतीय जनता पार्टी को पहले भारती जन संघ के नाम से जाना जाता था जो राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन का अभिन्न अंग है। उन्होंने कई कवितायेँ भी लिखी जिसे समीक्षकों द्वारा सराहा गया।
राजनीतिक से समय निकालकर संगीत सुनने और खाना बनाने का अपना शौक पूरे करते थे। अटल बिहारी वाजपेयी का जन्म 25 दिसंबर, 1924 को मध्य प्रदेश के ग्वालियर में रहने वाले एक विनम्र स्कूल शिक्षक के परिवार में हुआ था।