एनसीपी नेता जितेंद्र आव्हाड ने भगवान राम पर की विवादित टिप्पणी, बोले- "राम शिकार करते थे, मांस खाते थे और लोग चाहते हैं कि हम शाकाहारी बनें"
By आशीष कुमार पाण्डेय | Published: January 4, 2024 09:49 AM2024-01-04T09:49:42+5:302024-01-04T09:55:13+5:30
एनसीपी नेता जितेंद्र आव्हाड ने शिरडी में आयोजित एक रैली में कहा कि भगवान राम मांस खाते थे और लोग चाहते हैं कि हम शाकाहारी बनें।
मुंबई: अयोध्या में 22 जनवरी को भव्य राम मंदिर के समारोह की तैयारियां जोरों पर चल रही हैं। इस बीच राष्ट्रीय कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के नेता जितेंद्र आव्हाड ने बुधवार भगवान राम से जुड़ा एक ऐसा बयान दे दिया, जिससे अच्छा-खासा विवाद खड़ा हो गया।
समाचार वेबसाइट न्यूज 18 के अनुसार एनसीपी नेता जितेंद्र आव्हाड ने नासिक के शिरडी में एक रैली को संबोधित करते हुए कहा, "भगवान राम मांस खाते थे।"
आव्हाड के इस टिप्पणी पर महाराष्ट्र में खासा सियासी विवाद खड़ा हो गया है। उनके द्वारा भगवान राम पर की टिप्पणी के बाद भाजपा विधायक राम कदम ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे को पत्र लिखा और उनसे 22 जनवरी को अयोध्या में होने वाले राम मंदिर के उद्घाटन के अवसर पर पूरे महाराष्ट्र में शराब और मांस की बिक्री पर प्रतिबंध लगाने की मांग की है।
इसके साथ ही बीजेपी नेता कदम ने यह भी कहा कि वह गुरुवार को भगवान राम का अपमान करने के लिए एनसीपी नेता जितेंद्र आव्हाड के खिलाफ बाकायदा पुलिस में शिकायत भी दर्ज कराएंगे।
दरअसल आव्हाड ने शिरडी की रैली में कहा, ''भगवान राम अल्पसंख्यकों के हैं। भगवान राम क्षत्रियों के हैं। लोग चाहते हैं कि हम शाकाहारी बनें लेकिन भगवान राम शिकार करते थे और मांस खाते थे। भगवान राम मांसाहारी थे। आप उस व्यक्ति से कैसे उम्मीद कर सकते हैं जो 14 साल तक जंगल में रहा और शाकाहारी भोजन की खोज करेगा।”
भाजपा नेता कदम ने भगवान राम पर आव्हाड की टिप्पणी की निंदा करते हुए मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे को पत्र लिखा और मांग की कि 22 जनवरी के पवित्र दिन पर पूरे महाराष्ट्र में शराब और मांस पर प्रतिबंध लगाया जाए। इसके साथ उन्होंने सीएम शिंदे से यह भी अपील की कि वे केंद्र सरकार से आग्रह करें करें कि 22 जनवरी के दिन शराब और मांस पर राष्ट्रव्यापी प्रतिबंध लगाया जाए।
राम कदम ने कहा, “अयोध्या में 22 जनवरी को श्री राम की मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा की जाएगी। इस पवित्र दिन को ध्यान में रखते हुए महाराष्ट्र में शराब और मांस पर प्रतिबंध लगाया जाना चाहिए। इसके साथ मैं केंद्र सरकार से भी अनुरोध करता हूं कि उस दिन पूरे देश में सामूहिक शराबबंदी और मांस बिक्री पर प्रतिबंध लगे।
उन्होंने जितेंद्र आव्हाड द्वारा भगवान राम पर की गई विवादित टिप्पणियों को लेकर विपक्षी दलों पर भी निशाना साधा और कहा, “जो कुछ भी हो रहा है वह पूर्व नियोजित है। इसलिए चाहे कांग्रेस हो, शरद पवार हों या उद्धव ठाकरे, ये सभी राम मंदिर के निर्माण के खिलाफ हैं और इसलिए बार-बार मंदिर के खिलाफ बयान दे रहे हैं।"