पटनाः महाराष्ट्र की राजनीति में हुए बडे उलटफेर के बाद अब बिहार में भी इसका असर पड़ने की बात कही जा रही है। जदयू में टूट की चर्चा तेज हो गई है। ऐसे में शरद पवार की पार्टी में हुई टूट को लेकर राजद के वरिष्ठ नेता शिवानंद तिवारी ने कहा कि जो कुछ हुआ, वह एक नए राजनीति की शुरुआत है।
हालांकि उन्होंने इस बात से इनकार किया की राजद में हाल फिलहाल ऐसी कोई स्थिति उत्पन्न होती नजर आ रही है। उन्होंने कहा कि आज जो कुछ भी शरद पवार के साथ हुआ है, यह कोई पहली बार नहीं हुआ है। खुद शरद पवार ने 1978 में ऐसा किया था। जब उन्होंने खुद को कांग्रेस से अलग कर लिया था और मुख्यमंत्री बन गए थे।
आज उनके भतीजे अजीत पवार ने भी वही काम किया है। तिवारी ने कहा कि अजीत पवार छोड़कर गए, यह बड़े आश्चर्य की बात नहीं है। वह ऐसा पहले भी कर चुके हैं। आश्चर्य प्रफुल्ल पटेल को लेकर है। वह शरद पवार के हमेशा साथ रहे हैं। शरद पवार के साथ वह हमेशा रहे हैं। यहां तक कि 23 जून को पटना भी आए थे।
उन्हें शरद पवार ने पार्टी का कार्यकारी अध्यक्ष भी बनाया था। फिर भी वह छोड़कर चले गए। वहीं वह अपने साथ इतने साथ विधायक भी लेकर गये यह बड़ी बात है। उन्होंने कहा कि जहां तक बिहार की बात है तो यहां अभी यह संभव नजर नहीं आ रहा है। खास तौर पर राजद में फिलहाल ऐसी कोई बात नहीं है। हालांकि जदयू को लेकर उन्होंने कुछ भी स्पष्ट कहने से इनकार कर दिया।
महाराष्ट्र में हुए सियासी घटनाक्रम पर लालू बोले-शरद पवार की अपनी शक्ति और हैसियत है
महाराष्ट्र में शरद पवार के साथ हुए 'खेला' पर राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव ने प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि शरद पवार एक ताकत का नाम है। जिसे हिलाने का काम किया जा रहा है। शरद पवार की अपनी शक्ति और हैसियत है। शरद पवार के सामने भाजपा फेल हो जाएगी। उन्होंने कहा कि शरद यादव का कोई बाल भी बांका नहीं कर सकता।
लालू ने आगे कहा कि भाजपा का सफाया हो रहा है। बिहार में तो भाजपा का खेल चलने वाला ही नहीं है। नीतीश कुमार के पुस्तक का विमोचन करने से पहले लालू यादव ने कहा कि शरद पवार पर इसका कुछ भी असर पड़ने वाला नहीं है। कौन एमएलए कहां गया और नहीं गया...शरद पवार एक ताकत है।
उस ताकत को नरेन्द्र मोदी ने हिलाने की कोशिश की लेकिन सब फेल हो जाएगा। इसके साथ ही महाराष्ट्र की तरह क्या बिहार में भी इसतरह का खेला हो सकता है? इस सवाल पर लालू प्रसाद ने सिरे से खारिज करते हुए कहा कि भाजपा का कोई खेला बिहार में कामयाब नहीं हो पाएगा।