कश्मीर के मानसबल झील में 33 साल बाद फिर शुरू हुआ एनसीसी नेवल विंग का प्रशिक्षण
By सुरेश एस डुग्गर | Published: September 14, 2022 04:30 PM2022-09-14T16:30:35+5:302022-09-14T16:31:54+5:30
1990 के दशक में आतंकवाद की शुरुआत के दौरान क्षेत्र में प्रशिक्षण को निलंबित कर दिया गया था। अब इसे फिर से शुरू किया गया है। इस बार शिविर में जम्मू कश्मीर के विभिन्न महाविद्यालयों की लड़कियों सहित लगभग 100 एनसीसी कैडेट भाग लेने जा रहे हैं।
जम्मू: कश्मीर के विभिन्न हिस्सों में रहने वाले एनसीसी के वह कैडेट जो नेवल विंग से जुड़े हुए हैं, उनके लिए अच्छी खबर है। दरअसल करीब 33 वर्षों के बाद भारतीय नौसेना ने एनसीसी कैडेटों को प्रशिक्षण प्रदान करने के लिए मध्य कश्मीर के गांदरबल जिले में मानसबल झील में नौसैनिक प्रशिक्षण क्षेत्र को पुनर्जीवित किया है। अभी तक ये कैडेट जम्मू के विभिन्न इलाकों में प्रशिक्षण के लिए आते थे तो उन्हें खराब हालत वाले नेशनल हाईवे की परिस्थितियों से जूझना पड़ता था।
एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए, ग्रुप कमांडर एनसीसी ग्रुप श्रीनगर, ब्रिगेडियर के एस कलसी ने बताया कि इस बार के शिविर में जम्मू कश्मीर के विभिन्न महाविद्यालयों की लड़कियों सहित लगभग 100 एनसीसी कैडेट भाग लेने जा रहे हैं।
उन्होंने बताया कि विशेष रूप से 1990 के दशक में आतंकवाद की शुरुआत के दौरान क्षेत्र में प्रशिक्षण को निलंबित कर दिया गया था। ब्रिगेडियर कलसी ने कहा कि प्रतिभागियों ने इस क्षेत्र से प्रशिक्षण प्रदान करने के लिए उत्साह व्यक्त किया और उनके ठहरने और रहने की व्यवस्था पर संतोष व्यक्त किया।
उन्होंने कहा कि यह एक ऐतिहासिक दिन है क्योंकि 33 साल के अंतराल के बाद मानसबल झील में नौसेना विंग की एनसीसी प्रशिक्षण गतिविधियों को पुनर्जीवित किया गया है।
ब्रिगेडियर कलसी ने कहा, 'एनसीसी प्रशिक्षण राष्ट्रीय निर्माण का प्रमुख अंग है। हम उन्हें सशस्त्र बलों में शामिल होने के लिए प्रशिक्षित भी करते हैं लेकिन मूल उद्देश्य उन्हें अनुशासित बनाना और जिम्मेदार नागरिक के रूप में विकसित करना है।'
उन्होंने कहा कि आतंकवाद की शुरुआत के दौरान प्रशिक्षण को निलंबित कर दिया गया था और अब सरकार, प्रशासन और सशस्त्र बलों की गतिविधियों के बाद सुरक्षा स्थिति में इस हद तक सुधार हुआ है कि हम प्रशिक्षण क्षेत्र को फिर से शुरू करने और पुनर्जीवित करने में सक्षम हैं।
ब्रिगेडियर कलसी ने कहा कि मानसबल में निलंबन के दौरान नगरोटा और मानसर झील में प्रशिक्षण दिया जाता रहा था, जिसके दौरान राष्ट्रीय राजमार्ग की खराब स्थिति के कारण कश्मीर के कैडेटों को असुविधा का सामना करना पड़ता था।