चंडीगढ़: नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (एनसीबी) ने शनिवार को चार स्थानों दिल्ली, चेन्नई, गुवाहाटी और कोलकाता में 30,000 किलोग्राम से अधिक प्रतिबंधित पदार्थों को जलाकर नष्ट किया। इस दौरान चंडीगढ़ से केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह आभासी रूप से उपस्थित रहे। गृहमंत्री अमित शाह ने स्क्रीन पर प्रतिबंधित मादक पदार्थों को नष्ट किए जाते हुए देखा। नशीले पदार्थों की तस्करी और राष्ट्रीय सुरक्षा पर दो दिवसीय राष्ट्रीय सम्मेलन का उद्घाटन करने के केंद्रीय गृह मंत्री चंडीगढ़ में थे।
इस दौरान केंद्रीय गृह मंत्री ने कहा, "नशीली दवाओं की तस्करी समाज के लिए खतरा बन गई है। किसी भी संपन्न देश में मादक पदार्थों की तस्करी के लिए जीरो टॉलरेंस की नीति होनी चाहिए। हमें नशीले पदार्थों की तस्करी से लड़कर आने वाली पीढ़ियों की रक्षा करनी चाहिए।" शाह ने कहा कि ड्रग्स युवा पीढ़ी पर प्रतिकूल प्रभाव डालते हैं, इसे दीमक की तरह नुकसान पहुंचाते हैं, केंद्र सरकार इस खतरे को दूर करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।
कार्यक्रम के दौरान अमित शाह ने प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी के प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि केंद्र सरकार ने नशीले पदार्थों के प्रति जीरो टॉलरेंस की नीति अपनाई है। इसके परिणाम दिख रहे हैं। स्वस्थ समाज और समृद्ध राष्ट्र के उद्देश्य को प्राप्त करने के लिए यह आवश्यक है। शाह ने कहा, नशीले पदार्थों के व्यापार से उत्पन्न काले धन का उपयोग देश के खिलाफ गतिविधियों में किया जाता है।
1 जून को, एनसीबी ने 'आजादी का अमृत महोत्सव' समारोह के हिस्से के रूप में प्रधानमंत्री मोदी की अपील के जवाब में एक अभियान शुरू किया था। एनसीबी ने देश की आजादी की 75वीं वर्षगांठ के उपलक्ष्य में 75,000 किलोग्राम नशीले पदार्थों को नष्ट करने का संकल्प लिया। बता दें कि एनसीबी ने 1 जून को नशीले पदार्थों के निपटान अभियान की शुरुआत की थी। 29 जुलाई तक 11 राज्यों में 51,217 किलोग्राम से अधिक नशीले पदार्थों का निपटान किया जा चुका है।