बीजू जनता दल के प्रमुख और ओडिशा के सीएम नवीन पटनायक ने बुधवार (24 जनवरी) की शाम को पार्टी के सांसद बैजयंत पांडा को सस्पेंड कर दिया। पटनाटक ने पांडा को पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से पार्टी विरोधी गतिविधियों के आरोप के चलते सस्पेंड किया है। पांडा पर पार्टी को कमजोर करने का आरोप लगाते हुए बाहर का रास्ता दिखाया गया है।
पार्टी से निकाले जाने के बाद पांडा ने ट्वीट करके अपनी बात रखी है। उन्होंने ट्वीट के जरिए पार्टी विरोधी गतिविधियों के आरोप को भी झूठा और निराधार करार दिया है। उन्होंने लिखा, 'इस खबर से मैं हैरान हूं। मुझे दुख है कि पटनायक मेरे खिलाफ एक आईएएस ऑफिसर का चलाया षडयंत्र नहीं देख सके, जो इस वक्त पार्टी चला रहा है।
मेरे खिलाफ लगाए गए आरोप गलत हैं, मैं अपने खिलाफ लगाए गए आरोपों को पूरी तरह खारिज करता हूं, वे पूरी तरह फर्जी हैं। मैं आगे की कार्रवाई से पहले भगवान जगन्नाथ के मार्गदर्शन की प्रार्थना करता हूं। वहीं, हाल ही में सोशल मीडिया पर पांडा और पटनायक की आपसी विवाद को सभी ने देखा था ,जिसके बाद अब अचानक से उनको सस्पेंड करने के कारण संशय बन गया है।
बीजेपी के करीबी होने की है बात
कहा जा रहा है कि बीजेपी के बैजयंत जय पांडा करीबी हैं। पांडा की बीजेपी से नजदीकियों के कारण ही पटनायक ने ये कदम उठाया है। वहीं, जिस आरोप से पांडा को सस्पेंड किया गया है उसकी जांच करने के लिए नवीन पटनायक द्वारा नियुक्त की गईं कटक जिले की ऑब्जर्वर ऊषा देवी ने बुधवार को ही अपनी रिपोर्ट सौंपी थी, जिसके बाद ये फैसला सामने आया है।